रीवा: जिले के बैकुंठपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत तिलखन गांव में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। शनिवार शाम को 60 वर्षीय बुजुर्ग महिला सुनीता कुशवाहा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतका के बेटे ने आरोप लगाया है कि उनकी मां पर 4 लाख रुपए की मांग कर उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा था। इस घटना ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है।
पति की मौत के बाद संघर्षमय जीवन
सुनीता कुशवाहा का जीवन हमेशा संघर्षों से भरा रहा। पति इंद्रभान के निधन के बाद सुनीता ने अपने बेटे सुमित के साथ मजदूरी करके अपना जीवन चलाया। अकेली महिला होने के बावजूद उन्होंने कभी हार नहीं मानी और अपनी पूरी ताकत से परिवार को संभाला। लेकिन हाल के दिनों में उन पर सामाजिक और कानूनी दबाव लगातार बढ़ रहा था। बेटे सुमित के अनुसार, 6 महीने पहले गांव के ही एक व्यक्ति ने उनकी मां के खिलाफ SC/ST एक्ट के तहत झूठा मामला दर्ज करा दिया था। इस केस को वापस लेने के बदले 4 लाख रुपए की मांग की जा रही थी। गरीब परिवार के लिए इतनी बड़ी रकम जुटा पाना असंभव था। सुमित का आरोप है कि केस दर्ज कराने वाले दलित परिवार ने उनकी मां पर मानसिक दबाव बनाया। इस प्रताड़ना से तंग आकर उन्होंने आत्महत्या जैसा घातक कदम उठाया।
पुलिस जांच में पारिवारिक विवाद भी आया सामने
घटना की सूचना मिलते ही बैकुंठपुर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए सिविल हॉस्पिटल सिरमौर भेजा। पुलिस ने प्रारंभिक जांच में पाया कि मामले में पारिवारिक विवाद भी शामिल हो सकता है। एएसपी विवेक लाल ने कहा कि पुलिस इस मामले में हर पहलू की जांच कर रही है। हालांकि, बेटे सुमित के बयानों ने जांच को नया मोड़ दे दिया है। पुलिस का कहना है कि जांच पूरी होने के बाद सख्त कार्रवाई की जाएगी।
गांव में आक्रोश, निष्पक्ष जांच की मांग
सुनीता की आत्महत्या के बाद से तिलखन गांव में आक्रोश और दुख का माहौल है। ग्रामीणों का कहना है कि यह महिला हमेशा संघर्षशील और ईमानदार रही थी। स्थानीय लोग अब इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं। पुलिस ने भी अपील की है कि यदि किसी के पास कोई साक्ष्य या जानकारी है, तो वे पुलिस के साथ साझा करें। यह घटना न केवल सुनीता की मौत का कारण बनी बल्कि समाज में बढ़ रहे दबावों और अन्याय के मुद्दों पर भी गंभीर सवाल खड़े कर रही है।