कन्नूर: राष्ट्रीय जांच एजेंसी, एनआईए ने मंगलवार को केरल के कन्नूर जिले से कथित आईएसआईएस लिंक के आरोप में दो महिलाओं को गिरफ्तार किया है।
कन्नूर जिले के थाना से शिफा हैरिस और मिशा सिद्दीकी नामक दो युवतियों को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से ISIS की विचारधारा को फैलाने में कथित रूप से शामिल होने के आरोप में उनके घर से सुबह-सुबह गिरफ्तार कर लिया गया।
आरोपी क्रॉनिकल फाउंडेशन नामक एक समूह का हिस्सा हैं, जिसे इस उद्देश्य के लिए बनाया गया है। गिरफ्तार महिलाओं, पर यह भी आरोप लगाया गया है कि उन्होंने आतंकी समूह के लिए लोगों को भर्ती करने की कोशिश की।
एनआईए ने जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि उसने इसी साल 05 मार्च को आईपीसी की धारा 120बी, 121 और 121ए और यूए (पी) अधिनियम की धारा 17, 18, 188, 20, 38 और 40 के तहत स्वत: संज्ञान लेते हुए मामला दर्ज किया था।
मामला मोहम्मद अमीन उर्फ अबू याह्या निवासी केरल और उसके सहयोगियों की आतंकवादी गतिविधियों से संबंधित था जो आईएसआईएस की हिंसक जिहादी विचारधारा का प्रचार करने और आईएसआईएस मॉड्यूल के लिए नए सदस्यों को कट्टरपंथी बनाने और भर्ती करने के लिए विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे टेलीग्राम, हूप और इंस्टाग्राम पर विभिन्न आईएसआईएस प्रचार चैनल चला रहे हैं।
एनआईए के मुताबिक जांच में पता चला है कि आरोपी मिशा सिद्दीकी ISIS से जुड़ी है। उसने सीरिया में ISIS में शामिल होने के लिए अपने सहयोगियों के साथ तेहरान की यात्रा की थी। आरोपी मोहम्मद अमीन के निर्देश पर, उसने आईएसआईएस के लिए भोले-भाले मुस्लिम युवाओं को प्रचारित करने, प्रेरित करने, कट्टर बनाने और भर्ती करने के लिए इंस्टाग्राम पर एक पेज बनाया था।
उसने अपने चचेरे भाई मुसहब अनवर, शिफा हैरिस नाम के अन्य आरोपियों को भी कट्टरपंथी बना दिया था और उन्हें ISIS में शामिल होने के लिए प्रेरित कर रही थी। शिफा हारिस उर्फ आयशा का ISIS से जुड़ाव है और आरोपी मुसहब अनवर और मिशा के निर्देश पर, उसने ISIS गतिविधियों का समर्थन करने के लिए मोहम्मद वकार लोन या विल्सन कश्मीरी को फंड ट्रांसफर किया था। आईएसआईएस में शामिल होने के लिए शिफा आईएसआईएस नियंत्रित क्षेत्र में हिजड़ा करने को तैयार थी। मामले में आगे की जांच जारी है।