दौसा: राजस्थान के दौसा जिले में पुजारी की मौत का मुद्दा 5 दिन बाद भी शांत नहीं हुआ है।
दौसा के महवा क्षेत्र के टिकरी गांव में पुजारी शंभू शर्मा की जमीन पर कब्जा करने और सदमे में हुई पुजारी की मौत का मामला अभी भी थमने का नाम नहीं ले रहा है और 5 दिन बाद भी पुजारी का शव पूर्ववत स्थिति में पड़ा है।
आज 5 दिन बाद भी पुजारी के शव की अंत्येष्टि नहीं हुई है तो वहीं राजसभा सांसद किरोड़ी लाल पुजारी को न्याय दिलाने के लिए मृत शव के साथ धरने पर बैठे हैं। लेकिन हैरानी की बात यह है कि पांचवें दिन बाद भी किसी भी सरकारी नुमाइंदे ने मामले की सुध नहीं ली है।
राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल के साथ धर्मपाल सर्व समाज के लोगों के अलावा बड़ी संख्या में छात्र वर्ग भी मौजूद हैं। धरना स्थल पर बैठे लोगों की मांग है कि पुजारी की जमीन पर जो अवैध निर्माण है उसे ध्वस्त किया जाए और जमीन को पुनः पुजारी के नाम किया जाए। लेकिन इस ओर प्रशासन के उदासीन रवैया से अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
ज्ञात हो टिकरी गांव के राधा कृष्ण मंदिर के पुजारी शंभू शर्मा की 28 बीघा बेशकीमती जमीन को गांव के अनुसूचित जनजाति के दबंग लोगों ने हड़प ली। एक आरोपी बलवीर मीणा भीम सिंह मीणा रामनिवास मीणा पर पुजारी को धमकाकर उनकी जमीन हड़पने का आरोप है।
धरने पर बैठे लोगों का आरोप है कि क्षेत्र में मीणा जाति का राजनीतिक प्रभुत्व होने के कारण इस और सरकार ध्यान नहीं दे रही है।
वहीं अब किरोड़ी लाल ने पुजारी को न्याय दिलाने की मुहिम को तेज करते हुए प्रशासन को चेतावनी दी थी गुरुवार को 50000 लोग धरने पर पहुंचेंगे। धर्म स्थल पर देवस्थानम बोर्ड के पूर्व चेयरमैन एसडी शर्मा पूर्व मंत्री अरुण चतुर्वेदी भी पहुंचें है। लेकिन अभी तक गहलोत सरकार की तरफ से कोई भी मंत्री विधायक परिवार से मिलने नहीं पहुंचा है।