रवि किशन ही नहीं अभिषेक बच्चन बोले थे- ‘ड्रग्स भारत की अनियंत्रित समस्या है’

मुंबई: रवि किशन पर भड़कने वाली जया बच्चन भूल गई खुद उनके बेटे भी ड्रग्स के खिलाफ बोले थे।

बॉलीवुड में ड्रग्स माफिया को लेकर भोजपुरी कलाकार व भाजपा सांसद रवि किशन व सपा सांसद जया बच्चन आमने सामने आ गए। जया ने तो ये तक कह दिया कि जिस थाली में खाते हैं उसी में छेद करते हैं।

हालांकि ये रवि किशन पहले व्यक्ति नहीं हैं जिन्होंने ड्रग्स की समस्या को लेकर बात की हो बल्कि खुद बच्चन परिवार के व जया बच्चन के बेटे अभिषेक बच्चन ने भी ड्रग्स को लेकर एक मुहिम शुरू की थी।

Abhishek Bachchan in NCB’s Drive Say No To Drugs, March 2011

27 मार्च 2011 में अभिनेता अभिषेक बच्चन ने युवाओं को ड्रग्स से दूर रहने का आग्रह करने के लिए नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो NCB के साथ एक मुहिम में हाथ मिलाया था। अभिनेता ने NCB के सिल्वर जुबली समारोह के दौरान ब्यूरो द्वारा जागरूकता अभियान में ड्रग्स के खिलाफ जागरूकता अभियान को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था।

Abhishek in NCB’s Event

अभिषेक ने कार्यक्रम के दरमियान कहा था कि “ड्रग्स हमारे देश में तेजी से फैलने वाली समस्या है, और मैं निश्चय हूँ कि इससे लड़ने, छुटकारा पाने का साधन शिक्षा है। और सबसे अच्छा है कि युवाओं से शुरू करें ताकि जब वो यह समझते हुए बड़े हों कि उनके लिए ड्रग्स कितना भयावह है। मैं विश्वास करता हूँ कि भारत में शिक्षा से, मुहिम से, शुरुआत जो आज हम कर रहे हैं हम इसे हरा सकते हैं, इसके बारे में बात करके।”

Abhishek With Youths

उधर कार्यक्रम के बाद , अभिषेक ने माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर अभियान के बारे में अपनी भावनाओं को साझा करते हुए कहा था, “बस नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो द्वारा एक महान पहल की झंडी दिखा दी गई – ड्रग्स को ना कहें! वे लोगों को शिक्षित करने में मदद करने में महान काम कर रहे हैं।”

जया बच्चन ने गटर को बनाया मुद्दा:

ड्रग्स मसले पर रवि किशन को जवाब देते हुए सपा सांसद जया बच्चन ने कहा कि “जिन लोगों ने फिल्म इंडस्ट्री में अपना नाम बनाया है उन्होंने इसे गटर बुलाया, मैं पूरी तरह इससे असहमत हूं। मैं उम्मीद करती हूं कि सरकार इन लोगों को बताए जिन्होंने इससे अपना नाम और प्रसिद्धि कमाई कि ऐसी भाषा का इस्तेमाल करना बंद करें।”

 आगे उन्होंने कहा कि “मैं बहुत शर्मिंदा थी कि कल हमारे एक सांसद ने लोकसभा में फिल्म इंडस्ट्री के खिलाफ बोला, जो खुद इंडस्ट्री से हैं। ये शर्म की बात है, ‘जिस थाली में खाते हैं उसमें छेद करते हैं।’ गलत बात है, इंडस्ट्री को सरकार का समर्थन चाहिए।”


Donate to Falana DIkhana: यह न्यूज़ पोर्टल दिल्ली विश्विद्यालय के मीडिया छात्र अपनी ‘पॉकेट मनी’ से चला रहे है। जहां बड़े बड़े विश्विद्यालयों के छात्र वामपंथी विचारधारा के समर्थक बनते जा रहे है तो वही हमारा पोर्टल ‘राष्ट्रवाद’ को सशक्त करता है। वही दिल्ली विश्विद्यालय जैसे प्रतिष्ठित संस्थान में पढ़ रहे हमारे युवा एडिटर्स देश में घट रही असामाजिक ताकतों के खिलाफ लेख लिखने से पीछे नहीं हटते बस हमें आशा है तो आपके छोटे से सहयोग की। यदि आप भी हम छात्रों को मजबूती देना चाहते है तो कम से कम 1 रूपए का सहयोग अवश्य करे। सादर धन्यवाद, ‘जयतु भारतम’

                                                        
+ posts

Leave a Reply

Your email address will not be published.

Previous Story

मुग़ल की जगह शिवाजी म्यूजियम करने का शिवाजी से लेकर सावरकर के वंशजों ने किया समर्थन

Next Story

ममता देंगी ब्राह्मणो को हर माह भत्ता व राज्य में हिंदी को बढ़ावा, बोली आज ब्राह्मण गरीब है

Latest from Falana Report