टोंक- राजस्थान के टोंक जिले में डीएसपी रूद्र प्रकाश शर्मा को निलंबित करने पर ब्राह्मण समाज की ओर से कलेक्ट्रेट के बाहर विरोध प्रदर्शन किया गया है, जहां राज्यपाल और मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर महोदय को ज्ञापन सौंपकर डीएसपी को तुरंत बहाल कर दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने की मांग की हैं।
वहीं ब्राह्मण समाज के पदाधिकारियों का कहना है कि अगर 7 दिनों के भीतर उनकी मांगे पूरी नहीं की गई तो ब्राह्मण समाज द्वारा उग्र आंदोलन किया जाएगा।
राजनीतिक दबाव के चलते किया गया निलंबित
घटना बरौनी थाना क्षेत्र की है, जहां 5 अक्टूबर को हाड़ीखुर्द गांव में रॉयल्टी कर्मचारियों के खिलाफ ग्रामीणों ने स्टेट हाईवे-117 पर ट्रैक्टर लगाकर जाम लगा दिया था। जिसकी सूचना मिलते ही डीएसपी रुद्रप्रकाश शर्मा का मौके पर पहुंचे थे, जहां उनके और कांग्रेस वरिष्ठ नेता और पूर्व जिलाध्यक्ष रामबिलास चौधरी के बीच झड़प हो गई थी।
ब्राह्मण समाज के पदाधिकारी पंडित सुदामा शर्मा का कहना है कि डीएसपी और निवई सदर एसएचओ को राजनीतिक दबाव के चलते निलंबित किया गया है, जो संविधान के खिलाफ हैं। उन्होंने कहा कि अगर ऐसे ही राजनीतिक दबाव के चलते अधिकारियों को निलंबित किया जाता रहा था तो प्रशासनिक अधिकारी ईमानदारी से अपना कार्य करने से पहले हजार बार सोचेंगे।
ट्विटर पर की गई आलोचना
डीएसपी रूद्र प्रकाश शर्मा को निलंबित करने के मामले में ट्विटर पर काफी आलोचना हो रही है, जिसके बाद लोगों ने डीएसपी के निलंबन पीछे का मुख्य कारण राजनीतिक दबाव को बताया हैं। इतना ही नहीं डीएसपी रूद्र प्रकाश शर्मा के समर्थन में एक ट्रेंड भी चलाया गया था।
Kapil reports for Neo Politico Hindi.