बुलढाणा: महाराष्ट्र के बुलढाणा के ग्राम चितोड़ा अंबिकापुर में दो परिवारों के बीच आपसी विवाद का मामला जिले में चर्चा का विषय बना हुआ हैं।
बुलढाणा में एससी-एसटी के झूठे मामले को लेकर हुए झगड़े में, एक कट्टरपंथी दलित संगठन, दलित पैंथर सेना ने भीमा कोरे गांव की लड़ाई को दोहराने की दी धमकी।
आपसी विवाद का मामला
मामला चितोड़ा अंबिकापुर का हैं जहाँ दो परिवारों के विवाद में गरमागरम बहस तब हुई जब सत्तारूढ़ दल के स्थानीय विधायक एससी-एसटी अधिनियम के झूठे मामले की निंदा करने आए थे, जो एक मराठा परिवार पर लगाया गया था।
दरअसल, शिवसेना विधायक संजय गायकवाड़ का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें उन्हें यह कहते हुए सुना जा सकता है कि अगर कोई अत्याचार निवारण अधिनियम का दुरुपयोग करता है और झूठी शिकायत दर्ज कराता है तो दूसरे पक्ष को भी दंडित किया जाना चाहिए। उसके खिलाफ लूट की प्राथमिकी दर्ज कराई जाए।
दर्ज हो लूट का केस
आगे विधायक गायकवाड़ ने कहा, ‘अत्याचार निवारण कानून सुरक्षा के लिए है न कि ब्लैकमेल और दुरुपयोग के लिए, अगर कोई अत्याचार की झूठी शिकायत करता है तो आपको उस व्यक्ति के खिलाफ रिवर्स डकैती की शिकायत दर्ज करनी चाहिए, ये लोग अत्याचार की शिकायतें वापस ले लेंगे।’
उन्होंने कहा, “ऐसे मुद्दों से निपटने के लिए युवाओं की टीम बनाइए, और फर्जी केस दर्ज करने वालों के खिलाफ डकैती का मामला दर्ज कराये, अगर थाना एसएचओ इस मामले में केस दर्ज नहीं करते हैं तो मैं खुद 10 हजार लोगों के साथ आऊंगा और उन्हें सबक सिखाऊंगा।”
दलित पैंथर सेना ने दी धमकी
विधायक संजय गायकवाड़ का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद, दलित पैंथर सेना ने भीमा कोरे गांव की लड़ाई को दोहराने की धमकी दी और कहा कि ब्रिटिश सेना में बड़ी संख्या में महार प्रमुख थे, उन्होंने पेशवा बाजी राव द्वितीय की संख्यात्मक रूप से बड़ी सेना को हराया था।
शिवसेना विधायक के बयान का विरोध करते हुए अखिल भारतीय पैंथर सेना के अध्यक्ष दीपक केदार ने कहना है कि अगर शिवसेना विधायक 10,000 लोगों को लाने की धमकी दे रहे हैं, तो उन्हें शिवाजी पार्क में 10,000 लोगों को लाना चाहिए और मैं 500 महारों को लाऊंगा और भीमा कोरेगांव की घटना को एक बार फिर से दोहराऊंगा।
Kapil reports for Neo Politico Hindi.