मध्य प्रदेश: राज्य के बटियागढ़ थाना क्षेत्र अंतर्गत सकतपुर गांव में एक व्यक्ति ने एससी एसटी एक्ट में फसाये जाने से परेशान हो जाने पर एक्ट लगाने वाले की हत्या कर दी।
घटना 30 अगस्त की है जहां देर रात सकतपुर गांव निवासी अच्छेलाल अहिरवार की हत्या धारदार हथियार से कर दी गई थी। अगले दिन सुबह मृतक का शव सकतपुर और मड़िया गांव के बीच मिला था और उसकी बाइक घटना स्थल से चार कि मी दूर झाड़ियों में छिपी मिली थी।
पुलिस टीम ने एक हफ्ते बाद इस केस को सुलझा लिया। पुलिस के मुताबिक घटना की सुचना मिलने पर टीम घटना स्थल पर पहुंची तो उन्होंने पाया कि मृतक की बाइक के पहिए, हैंडल व टंकी पर खून लगा हुआ था और आसपास की झाड़ियों पर भी खून के छींटे थे। वहीं बाइक भी मृतक से चार किलोमीटर दूर मिली थी। जिससे पुलिस ने संदेह जताया कि इस घटना में आरोपी भी घायल हुआ होगा।
इसी संदेह के तहत पुलिस ने आस पास के अस्पतालों से जाकर रिपोर्ट निकलवाई तो उन्हें ग्राम हिनौताघाट के सुदामा उर्फ भइयों की जानकारी मिली जो जिला अस्पताल में भर्ती था।
गुरुवार 3 सितंबर को छुट्टी होने के बाद उसे पुलिस अभिरक्षा में लेकर पूछतांछ की तो उसने ग्राम हिनौताघाट के बाबूलाल रैकवार के द्वारा कुल्हाड़ी से अच्छेलाल की हत्या करने की बात बताई।
साथ ही यह भी बताया गया कि बाबूलाल ने अपने जीजा धर्मेंद्र के कहने पर यह हत्या की है। पुलिस ने निशानदेही पर आरोपित धर्मेंद्र रैकवार को गिरफ्तार कि या तो उसने बताया कि सकतपुर के रामगोपाल साहू ने अच्छेलाल अहिरवार को मारने के लिए एक लाख रुपये की सुपारी दी थी।
आगे पुलिस टीआई दीपक खत्री ने बताया कि अच्छेलाल ने रामगोपाल को एससीएसटी एक्ट में फंसा दिया था और तभी से यह विवाद चल रहा था जिसके चलते रामगोपाल ने हत्या करवाने का प्लान बनाया।
रामगोपाल फर्जी एससी एसटी एक्ट लगने से परेशान था व मानसिक तनाव से गुजर रहा था जिसके बाद उसने अच्छेलाल की हत्या की साजिस रची। वहीं हत्या को बर्बर बनाने के लिए कुल्हाड़ी को प्रयोग में लाया गया था।
आगे बटियागढ़ टीआई दीपक खत्री ने बताया कि अच्छेलाल की हत्या के लिए एक लाख रुपए की सुपारी दी गई थी। पुलिस ने सभी आरोपियों को हिरासत में ले लिया है।
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