चरखी दादरी- हरियाणा के चरखी दादरी जिले में धमकियों और एससी एसटी एक्ट के झूठे मुकदमे में जेल जाने के डर से एक 21 वर्षीय छात्र दीपक कुमार ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली हैं। बता दे कि मृतक युवक ने मरने से पहले पुलिस को दिए अपने बयान में चार लोगों के नाम लिए है, जिसके आधार पर पुलिस ने चार नामजद आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया हैं। वहीं मृतक का पोस्टमार्टम करवाने के बाद पुलिस ने शव मृतक के परिजनों को सौंप दिया हैं।
धमकियों के चलते छोड़ा गाँव
बता दे कि पूरा मामला जिले के बाढ़डा तहसील के जीतपुरा गाँव का बताया जा रहा है, जहां का निवासी मृतक दीपक कुमार पिता रघुबीर खेतीबाड़ी का काम करता था। पिछले वर्ष 2022 में गाँव की ही रहने वाली एक दलित युवती ने उसके खिलाफ छेड़छाड़ और एससी एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करा दिया था, जो वर्तमान में अदालत में विचाराधीन हैं। आरोप है कि केस दर्ज करवाने के बाद युवती के परिजन मृतक दीपक व उसके परिवार वालों पर ताने कसते थे और धमकियां देते है, जिससे परेशान होकर दीपक और उसका परिवार गाँव छोड़ कर हिसार में रहने लगा था।
लेकिन गाँव में रहने वाले दीपक के कुनबे के लोगों ने उन पर वापस आने का दबाव डाला, जिसके चलते छह महीने पहले ही दीपक व उसका परिवार दोबारा गाँव में रहने वापिस रहने आए थे। इसके बाद बीते दिनों नौ फरवरी को उक्त युवती के परिजनों ने पैसे ऐंठने के इरादे से दीपक के खिलाफ एक और एससी एसटी एक्ट का मुकदमा दर्ज करवा दिया। जिसकी जांच डीएसपी लेवल के अधिकारी द्वारा की जा रहीं थी।
परिजनों का कहना है कि दूसरी बार भी एससी एसटी एक्ट का झूठा केस दर्ज करवाने के बाद युवती व उसके परिवार वालों ने फिर से उनके ऊपर ताने कसकर परेशान करना शुरू कर दिया था। जिसके चलते दीपक काफी परेशान था और शनिवार को बाढ़डा जाने का कहकर घर से निकला था, लेकिन शाम पांच बजे के करीब उसने फोन किया और कहा कि उसने युवती और उसके परिजनों से परेशान होकर जहर खा लिया हैं। इसके बाद परिजन आनन फानन में बाढ़डा पहुंचे और उसे इलाज के लिए हिसार के एक निजी अस्पताल में लेकर गए, जहां इलाज के दौरान देर रात उसने दम तोड़ दिया।
वहीं पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रहीं है, तो मृतक दीपक के बयान के आधार पर पुलिस ने चार नामजद आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 34, 506, मुकदमा दर्ज कर लिया हैं। साथ ही युवक की मौत के बाद पुलिस ने मामले में धारा 306 भी जोड़ दी हैं। बता दे कि यह पहला मामला नहीं है, जब एससी एसटी एक्ट के दुरूपयोग के चलते एक नौजवान ने अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली हैं।
Kapil reports for Neo Politico Hindi.