बांदा- उत्तरप्रदेश के बांदा जिले में पाॅक्सो और एससी एसटी एक्ट के तहत जेल में बंद एक शिक्षक अजीत कुमार कुशवाहा की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है, जहां मृतक के परिजनों ने वरिष्ठ अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाते हुए जेल प्रशासन पर ही साजिश के तहत हत्या करने का आरोप लगाया हैं। परिजनों का कहना है कि अजीत झूठे छेड़छाड़ और एससी एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज होने और जेल जाने के डर से परेशान चल रहा था।
वहीं जेल प्रशासन का कहना है कि मृतक को अचानक दिल का दौरा पड़ने से वह जमीन पर गिर गया, जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां उसकी मौत हो गई। अधिकारियों ने पोस्टमार्टम के लिए 3 डाॅक्टरों का पैनल और वीडियोग्राफी का आदेश दिया हैं।
जानिए क्या था मामला?
पूरा मामला बांदा मंडल कारागार का है, जहां शहर कोतवाली के परशुराम तालाब निवासी अजीत कुमार कुशवाहा विसंडा थाना क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय में सहायक टीचर (अनुदेशक) के पद पर कार्यरत था। जहां विधालय की एक छात्रा ने अजीत के खिलाफ छेड़खानी का आरोप लगाते हुए छेड़छाड़, पाॅक्सो और एससी एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करा दिया, जिसके बाद 2 मार्च को उसे जेल भेज दिया गया।
मृतक के पिता वासुदेव ने जेल प्रशासन पर साजिश के तहत हत्या का आरोप लगाते हुए बताया कि उनका बेटा बेकसूर था। उसकी बहन रक्षाबंधन पर उसे राखी बांधने गई थी, तब वह बिल्कुल ठीक था। उसे कोई बीमारी नहीं थी। मृतक के परिजनों का कहना है कि उसकी जमानत के लिए भी अर्जी डाली गई थी, जिसके बाद आज सोमवार को उसकी जमानत पर सुनवाई होनी थी। लेकिन उसकी मौत हो गई।
इस पूरे मामले में जेल प्रशासन शुरुआत से ही हार्ट अटैक को मौत की वजह बता रहा हैं। वहीं जिला चिकित्सा अधिकारी डाॅक्टर आकाश ने बताया कि जेल में बंद कैदी को अस्पताल लाया गया था, जहां उसकी मौत हो गई। बाॅडी का पोस्टमार्टम किया जा रहा है, इसके बाद ही मौत की असली वजह पता चल सकेगी।
Kapil reports for Neo Politico Hindi.