बरेली: उत्तर प्रदेश के बरेली में दुष्कर्म के बाद किशोर साधु की हत्या का मामला सामने आया है जहां मंदिर में फंदे पर शव को लटकाया गया है।
जिले के सिविल लाइंस में मुख्य डाकघर के पास दुर्गा मंदिर में 15 वर्षीय किशोर साधु की दुष्कर्म के बाद हत्या कर शव फंदे पर लटका दिया गया। पहले पुलिस इसे आत्महत्या के मामले के रूप में देख रही थी लेकिन मृतक के गुरु ने आरोप लगाया है कि उसकी हत्या की गई है।
मूल रूप से दिल्ली निवासी किशोर ने कुछ ही समय पहले संन्यास ग्रहण किया था। मंदिर पर रहते हैं। कुछ ही समय पहले किशोर ने गब्बर गिरि से आश्रय मांगा तो उन्होंने खाली पड़े दुर्गा मंदिर में रख दिया।
उसने मंदिर में रहकर साफ – सफाई और पूजा की जिम्मेदारी संभाल ली। रोज शाम को वह हनुमान मंदिर पर बाबा का खाना बनाने जाता था। रविवार को नहीं पहुंचा तो सोमवार सुबह साढ़े छह बजे बब्बर गिरी उसे देखने पहुंचे तो घटना की जानकारी हुई।
घटना की जानकारी प्राप्त होने के बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई। मंदिर का गेट बंद था, छत से अंदर जाने पर पता चला कि किशोर का शव मंदिर के घंटे से चुनरी के सहारे लटका हुआ है। इसकी सूचना पर पुलिस अधिकारी और फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंच गई। शव को देखकर लगा कि किशोर ने फांसी लगाकर जान दी है।
पुलिस ने इसे आत्महत्या मानते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। देर शाम को पोस्टमार्टम होने के बाद जब उसकी रिपोर्ट आई तो बड़ा खुलासा हुआ। रिपोर्ट के अनुसार किशोर के साथ दुष्कर्म की बात आई। उसकी गला दबाकर हत्या की गई। गले की एक हड्डी भी टूटी मिली है।
हालांकि बरेली पुलिस का कहना है कि थाना कोतवाली स्थित एक 15 वर्षीय पुजारी के मृत्यु के संबंध में पोस्टमार्टम कराने पर पोस्टमार्टम में मौत का कारण asphyxia due to hanging ( probably homicide ) लिखा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट को पढ़ने से लक्षणों और मृत्यु के कारण में विरोधाभास प्रतीत होने पर पैनल के माध्यम से पुनः पोस्टमार्टम कराए जाने के लिए कार्रवाई की जा रही है।
अब जानकारी है कि दुर्गा मंदिर के पुजारी की मौत के मामले में आया नया मोड़ आने के बाद आज डॉक्टरों का पैनल दोबारा पोस्टमार्टम करेगा।