पटना: अपनी किताब में हिंदूवादी संगठनों की तुलना कट्टरपंथी आतंकी संगठन आईएस व बोको हरम से करके कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद बड़ी मुश्किल में फंस गए हैं। विरोधी तो विरोधी अब कांग्रेस के कुछ नेता भी उनकी टिप्पणी के विरोध में उतर आए हैं।
जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री व वरिष्ठ कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने खुर्शीद की टिप्पणी से अलग राय रखते हुए कहा कि सलमान खुर्शीद की नई किताब में, हम हिंदुत्व की एक राजनीतिक विचारधारा के रूप में हिंदुत्व से सहमत नहीं हो सकते हैं, लेकिन हिंदुत्व की तुलना ISIS और जिहादी इस्लाम से करना तथ्यात्मक रूप से गलत और एक अतिशयोक्ति है।
गुलाम के अलावा बिहार के कांग्रेस नेता व पूर्व विधायक ऋषि मिश्रा ने भी खुर्शीद का विरोध किया है। उन्होंने वीडियो बयान जारी कर कहा कि मैं हमेशा से यह दोहराता रहा हूँ कि व्यक्ति हिंसक हो सकता है धर्म नहीं। गोडसे और अफजल गुरु आतंकवादी हो सकता है किन्तु हिन्दू और मुसलमान कभी नहीं। सलमान खुर्शीद साहब को हिन्दुत्व को ISIS से तुलना करने पर जनता से माफी माँगनी चाहिए।
मिश्रा ने आगे कहा कि आतंकवाद को धर्म की छलनी से देखना इस सदी का सबसे बड़ा ज़ाहिलपन है। हिंदुत्व को ISIS और बोको हरम जैसे नरसंहारिक संगठनों से तुलना करना ज़हलियात और ओछी मानसिकता की निशानी है। धर्म कभी हिंसा नहीं सिखाता है, चाहे वह हिन्दू हों मुस्लिम हों सिख हों या ईसाई।
कट्टरपंथी इस्लामिक संगठनों के बारे में बोलते हुए मिश्रा ने कहा कि वर्ष 2009 से अब तक मानवता के दुश्मन ISIS ने तकरीबन साढ़े 3 लाख बेगुनाहों को मौत के घाट उतारा है। वहीं बोको हरम की वजह से करीब 30 लाख लोगों को विस्थापित होना पड़ा। आज भी बोको हरम को मानवता का सबसे बड़ा दुश्मन बताया जाता है।
अंत में उन्होंने कहा कि ऐसे आतंकवादी संगठनों की तुलना किसी धर्म विशेष से जोड़कर करना नीचता की पराकाष्ठा है। मैं इस तरह की सोच का घोर विरोध करता हूँ।
क्या था विवाद ?
गौरतलब है कि बुधवार को पूर्व विदेश मंत्री व वरिष्ठ कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद की पुस्तक ‘सनराइज ओवर अयोध्या’ का विमोचन किया गया जिसमें वो कहते हैं कि हिंदुत्व सनातन, साधु-संत और प्राचीन हिंदू धर्म को अलग कर रहा है, जो हर तरह से आईएसआईएस और बोको हराम जैसे जिहादी इस्लामिक संगठनों के समान है। उन्होंने कहा है कि हिंदुत्व की राजनीति करने वाले गलत लोग हैं।