छतरपुर- मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले में सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां सरानी गाँव निवासी एक युवक सुरेंद्र सिंह परमार ने कथित तौर एससी एसटी एक्ट के तहत दर्ज फर्जी मुकदमों से परेशान होकर जिला मुख्यालय में आयोजित जन सुनवाई कार्यक्रम के दौरान अधिकारियों के सामने ही आत्मदाह करने का प्रयास किया हैं।
पीड़ित सुरेंद्र सिंह का आरोप है कि गाँव में स्थित उसकी जमीन पर गाँव के ही कुछ दलित परिवार मिट्टी की प्रतिमा स्थापित करके जबरन जमीन पर कब्जा कर रहें हैं और विरोध करने या मना करने पर एससी एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करा देते हैं। सुरेंद्र ने बताया कि बीते चार महीने पहले भी जमीन पर कब्जा करने से रोकने पर उसके खिलाफ एससी एसटी एक्ट और मारपीट का मुकदमा दर्ज करा दिया गया था, जिसके चलते उसे तीन महीने जेल में भी रहना पड़ा था।
इतना ही नहीं पीड़ित सुरेंद्र सिंह परमार का कहना है कि बीते दिन सोमवार को एक बार फिर उसकी जमीन पर मूर्ति स्थापित कर जमीन पर कब्जा करने की कोशिश की गई, जिसका विरोध करने पर उसके खिलाफ फिर से कोतवाली थाने में एससी एसटी एक्ट का मुकदमा दर्ज करा दिया गया, जिसके बाद सिटी कोतवाली थाना प्रभारी अरविंद सिंह दांगी उसके घर पहुंचे और उसे पकड़ कर थाने ले आए।
वहीं इस पूरी घटना के बाद एसपी अमित सांघी का कहना है कि युवक सुरेंद्र सिंह परमार पर पहले से ही सिटी कोतवाली थाने में एससी एसटी एक्ट सहित मारपीट के 15 मामले दर्ज है और देर रात सोमवार को पुनः सिटी कोतवाली थाने में उसके खिलाफ एससी एसटी एक्ट का एक मुकदमा दर्ज कराया गया है, जिससे परेशान होकर युवक ने यह कदम उठाया हैं।
आपको बता दे कि इससे पहले राजस्थान के बाड़मेर जिले में भी एक किसान ने एक दलित व्यक्ति की हत्या सिर्फ इसलिए कर दी थी, क्यूंकि वह बार बार एससी एसटी एक्ट के मामले लगाए जाने से परेशान हो गया था। जहां एक पुराने जमीनी विवाद के चलते दलित व्यक्ति कोजाराम मेघवाल ने एक किसान परिवार के खिलाफ एकाएक दर्जन भर से अधिक एससी एसटी एक्ट के मुकदमे दर्ज करा दिये थे। जिसके बाद दोनों पक्षों में हुई आपसी झड़प में दलित व्यक्ति कोजाराम मेघवाल की मौत हो गई।