UP: ‘अहीर रेजिमेंट’ का बोर्ड बना जातीय टकराव की वजह: दलित-यादव भिड़े, पुलिस ने हटवाया बोर्ड

बुलंदशहर : उत्तर प्रदेश से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने गांवों में जातीय पहचान और वर्चस्व को लेकर चल रही खींचतान को एक बार फिर उजागर कर दिया है। सिकंदराबाद कोतवाली क्षेत्र के जुनैदपुर गांव में यादव समाज द्वारा लगाए गए ‘यदुवंशी गांव’ के बोर्ड को लेकर दलित समाज ने कड़ा विरोध जताया। मामला इतना बढ़ा कि पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा और तनाव को देखते हुए बोर्ड हटवा दिया गया। इसके बाद यादव समाज ने पंचायत बुलाई, जिसमें दोबारा बोर्ड लगाने की कोशिश की गई। अब पुलिस ने पंचायत करने वालों के खिलाफ केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।

गांव के गेट पर ‘यदुवंशी गांव’ का बोर्ड लगाया, दलित समाज ने जताई आपत्ति

यह पूरा विवाद जुनैदपुर गांव के प्रवेश द्वार पर लगाए गए एक बोर्ड से शुरू हुआ, जिस पर लिखा था – ‘यदुवंशी गांव’। यह बोर्ड यादव समाज के लोगों ने लगाया था। उनका दावा था कि गांव में उनकी संख्या अधिक है और वे अपनी जातीय पहचान को दिखाना चाहते हैं। हालांकि, दलित समाज ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई। उनका कहना था कि यह गांव सभी जातियों का है और सिर्फ एक जाति के नाम का बोर्ड लगाना बाकी जातियों का अपमान है। उन्होंने इसे जान-माल के लिए खतरा बताते हुए तुरंत हटाने की मांग की।

पुलिस ने तनाव देखते हुए बोर्ड हटवाया, यादव समाज ने किया विरोध

बोर्ड को लेकर दोनों पक्षों में तनाव बढ़ता देख दलित समाज ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और स्थिति को बिगड़ता देख बोर्ड को उतरवा दिया। हालांकि, पुलिस की इस कार्रवाई से यादव समाज के लोग नाराज़ हो गए। उन्होंने इसे अपनी पहचान और अधिकार के खिलाफ बताया। इसके विरोध में यादव समाज ने पंचायत बुलाने का ऐलान कर दिया।

बिना अनुमति पंचायत हुई, अहीर रेजिमेंट के नेता भी पहुंचे, 12 से अधिक हिरासत में

प्रशासन ने पंचायत की अनुमति नहीं दी थी, लेकिन इसके बावजूद 14 से 15 गांवों से लोग जुनैदपुर पहुंच गए। इस दौरान ‘अहीर रेजिमेंट’ के राष्ट्रीय अध्यक्ष समेत समाजवादी पार्टी के कई कार्यकर्ता भी मौके पर पहुंचे। पंचायत में दोबारा बोर्ड लगाने की बात कही गई। इस बीच पुलिस ने दोबारा स्थिति बिगड़ते देख सख्ती बरती और 12 से अधिक लोगों को हिरासत में ले लिया। पंचायत करने और प्रशासनिक आदेश की अवहेलना करने के आरोप में केस दर्ज किया गया है।

पुलिस की सफाई: किसी का उत्पीड़न नहीं होने देंगे, जांच जारी

इस मामले में बुलंदशहर के एसपी सिटी शंकर प्रसाद ने बयान दिया है। उन्होंने कहा, “हमारी प्राथमिकता है कि किसी भी समाज के साथ अन्याय न हो। हमने केस दर्ज कर लिया है और पूरे मामले की जांच की जा रही है। दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी।” उन्होंने यह भी बताया कि गांव में स्थिति फिलहाल नियंत्रण में है लेकिन एहतियात के तौर पर पुलिस बल तैनात किया गया है।

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