लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने ‘देवबंद’ में ATS कमांडो सेंटर खोलने का निर्णय लिया है। योगी सरकार के इस निर्णय की जानकारी मुख्यमंत्री के सूचना सलाहकार शलभ मणि त्रिपाठी ने स्वयं दी है।
शलभ मणि त्रिपाठी ने ट्वीट करके यह भी बताया कि ‘देवबंद’ में ATS कमांडो सेंटर खोलने का काम युद्धस्तर पर शुरू भी हो गया है।
देवबंद में खोले जा रहे ATS कमांडो सेंटर में प्रदेश भर से चुने हुए करीब डेढ दर्जन तेज तर्रार एटीएस अफसरों की तैनाती होगी। प्रदेश सरकार ने यह निर्णय तब लिया है जब अफगानिस्तान में तालीबान ने कब्ज़ा जमा लिया है। तालिबान को देवबंदी विचारधारा से प्रेरित बताया जा रहा है। लेकिन उत्तर प्रदेश के देवबंद में कोई भी शख्स या उलेमा इस बारे में खुलकर बोलना नहीं चाहता। आपको बता दे कि सहारनपुर जिले के देवबंद को मुसलमानों का गढ़ और फतवों का शहर कहा जाता है।
इस बार 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर यहां एक नया इतिहास लिखा गया है। क्षेत्र के मानकी गांव की जमा मस्जिद परिसर में पहली बार तिरंगा फहराया गया। तिरंगा भी ऐसा जिसे कई किमी दूर से देखा जा सकता हो। भाजपा विधायक कुंवर बृजेश सिंह ने 58 फ़ीट का तिरंगा फहराया तो पूरा गांव भारत माता के नारों से गूंज उठा। 15 हजार की आबादी वाले गांव मानकी में ग्राम पंचायत की ओर से जामा मस्जिद कमेटी की अनुमति के बाद मस्जिद परिसर में 58 फीट का पिलर बनाया गया था। जिस पर 14 फीट चौड़ा और 21 फीट लंबा राष्ट्रीय ध्वज लगाया गया था।
क्षेत्र के विधायक बृजेश सिंह ने झंडारोहण के बाद कहा कि देश सबका है। भाजपा सरकार की सबका साथ सबका विकास का नतीजे अब देश के सामने आने लगे है। मानकी गांव तिरंगा फहराना उनके लिए गर्व की बात है। यहां के मुस्लिम समाज ने देश को तोड़ने वाले लोगों के मुंह बंद कर दिए।
इतना ही नहीं इस बार विश्व प्रसिद्ध इस्लामिक शिक्षण संस्थान दारुल उलूम समेत मदरसों में भी शान से तिरंगा लहराया। दारुल उलूम में नायब मोहतमिम मौलाना अब्दुल खालिक मद्रासी ने अल सुबह संस्था की आजमी मंजिल परिसर में झंडारोहण किया।
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