SC-ST एक्ट में 7 लोगो को किया गिरफ्तार तो ग्रामीणों ने सीओ के गले में डाला जलता टायर, पुलिस वालो को दौड़ा दौड़ा कर पीटा

भागलपुर: बिहार के भागलपुर में एससी एसटी एक्ट में सात लोगो को गिरफ्तार करना पुलिस को भारी पड़ गया जिसमे ग्रामीणों ने पुलिस वालो को दौड़ा दौड़ा कर पीटा।

घटना भागलपुर स्थित नाथनगर थाना के भुआलपुर पंचायत के मुरारपुर इलाके की है जहां पुलिस द्वारा 7 लोगो को एक केस में समझौता कराने के नाम पर बुलाने के बाद उन्हें एससी एसटी एक्ट में गिरफ्तार कर लिया गया था। ग्रामीणों का आरोप है कि उनके गाँव के लोगो को फर्जी एससी एसटी एक्ट में फसाया गया है।

गिरफ्तारी की सुचना मिलते ही ग्रामीणों का गुस्सा फुट गया। जिसके बाद ग्रामीण एकजुट हो गए और मुरारपुर चौक स्थित एनएच-80 पर बवाल करना शुरू कर दिया।

आक्रोशित ग्रामीण महिलाओं ने भी आवाज बुलंद करी और लगातार आरोपियों को थाने से छोड़ने के लिए एनएच-80 पर पुलिस प्रशासन के विरोध में जमकर नारेबाजी भी की। पूरे चार घंटे तक ग्रामीणों ने एंबुलेंस समेत सैंकड़ों वाहनों को दोनों तरफ रोके रखा।

पहले तो पुलिस बल की कमी के कारण घटनास्थल पर जाने से बचती रही परन्तु मामला गंभीर हो जाने पर अतिरिक्त कमांडो पुलिस बल, महिला पुलिस समेत चार थानों की पुलिस मौके पर पहुंची तो ग्रामीण और आक्रोशित हो गए।

आक्रोशित ग्रामीणों ने जलता टायर ही सीओ नाथनगर राजेश कुमार के गले में डाल दिया वहीं फर्जी एससी एसटी एक्ट से आक्रोशित ग्रामीणों ने इंस्पेक्टर को चिन्हित कर उनके मुँह पर ईंट से हमला कर उन्हें घायल कर डाला।

वहीं बीच बचाव को दौड़े कई कमांडो पुलिस जवानों पर जलता हुआ टायर ग्रामीणों ने फेंक उन्हें भी घायल कर दिया। पुलिस के लाख जतन करने पर भी गाँव वाले नहीं माने तो मौके पर आये प्रशिक्षु आईपीएस व लॉ एंड आर्डर डीएसपी ने लाठीचार्ज कर ग्रामीणों को हटाया।

मीडिया से बातचीत में सीओ राजेश कुमार ने बताया कि उक्त जमीन रैयती है जो सिकंदर रजक के नाम से है। सिकंदर ने उससे जमीन मालिक से खरीदा है जिसके कागजात सही है। लेकिन उसी जमीन को किसी दूसरे मालिक ने ग्रामीणों को धार्मिक स्थल बनवाने के नाम पर दान में दे दिया है। इसी को लेकर विवाद बढ़ा है।

आपको बता दे कि 18 जुलाई को सिकंदर रजक व ग्रामीणों के बीच जमकर मारपीट की घटना हुई थी। जिसमे सिकंदर रजक ने 14 ग्रामीणों पर एससी एसटी एक्ट में FIR दर्ज कराई थी। वहीं ग्रामीणों का कहना है कि उनपर झूठा केस दर्ज किया गया है। पूरा गाँव सिकंदर रजक के खिलाफ है लेकिन पुलिस एससी एसटी एक्ट में ग्रामीणों को ही बंद कर रही है।

धार्मिक स्थल पर आज प्लास्टर का काम शुरू होने वाला था। जहां समझौता के नाम पर नाथनगर पुलिस ने कुछ नामजद लोगों को बुलाकर हिरासत में ले लिया। इसके बाद विरोध हुआ और एनएच 80 जाम किया गया।

ग्रामीण महिलाओं ने बताया सिकंदर रजक व उसके परिवार वालों ने मुकदमा कर गलत आरोप लगाकर एफआईआर दर्ज करायी है जिसका पूरे गांव में विरोध है।

ग्रामीणों के उग्र रवैये को देख अब पुलिस बहुत सचेत हो गयी है। ग्रामीणों ने गिरफ्तार लोगो को जल्द न छोड़ने पर और अधिक उग्र आंदोलन की धमकी दी है।


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