जबलपुर: मध्य प्रदेश के जबलपुर में घर में काम करने वाली आया का बच्चे को पीटते हुए एक दिल दहलाने वाला वीडियो सामने आया है। जबलपुर के विजय नगर थाना क्षेत्र के स्टार सिटी में रहने वाले मुकेश विश्वकर्मा जूनियर इंजीनियर के पद पर कार्य करते है। साथ ही उनकी पत्नी सोनाली जबलपुर कोर्ट में ग्रेड-3 की नौकरी करती है। दोनों की नौकरी के चलते उन्होंने बच्चे की देखभाल के लिए घर में एक महिला रजनी चौधरी को रखा हुआ था।
दंपत्ति के मुताबिक कुछ दिनों से बच्चा बीमार रहने लगा था। उसकी आंतो में इन्फेक्शन हो गया था। डॉक्टर ने बताया कि बच्चे को कमजोरी हो गई है। जिसके बाद उन्होंने रजनी चौधरी को काम से निकाल दिया था। लेकिन उसने एससी/एसटी (अत्याचार निवारण) अधिनियम के झूठे मामले में फ़साने की धमकी देना शुरू कर दिया था जिसके बाद मज़बूरी में रजनी को फिर से काम पर रखना पड़ गया।
घर में लगवाया CCTV कैमरा
दंपत्ति ने एससी एसटी एक्ट की धमकी के बाद मज़बूरी में दुबारा आया को काम पर रख लिया था। हालाँकि इस बार उन्होंने घर में CCTV लगवा लिए थे। CCTV की रिकॉर्डिंग देख कर माता पिता हैरान रह गए। कैमरों की रिकॉर्डिंग में रजनी को लड़के का गला घोंटते, बेरहमी से पीटते, धक्का देते और खाना खाते हुए देखा गया। बच्चे के पिता ने सीसीटीवी रिकॉर्डिंग के साथ मधोताला पुलिस स्टेशन में पुलिस शिकायत दर्ज कराई।
महिला को किया गया गिरफ्तार
बच्चे के पिता की शिकायत पर पुलिस ने जान से मारने के प्रयास सहित अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर महिला को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। जबलपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) संजय अग्रवाल ने बताया कि पुलिस ने आरोपी चमन नगर निवासी रजनी चौधरी को धारा 307 (हत्या का प्रयास) और किशोर न्याय अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत गिरफ्तार किया है। बच्चे के पिता बिजली विभाग में इंजीनियर हैं और मां जिला अदालत में काम करती हैं। उन्होंने आरोपी रजनी चौधरी को अपने बेटे के लिए कार्यवाहक नियुक्त किया था। घर में सीसीटीवी कैमरा लगाने के बाद माता-पिता को प्रताड़ना के बारे में पता चला।
एएसपी अग्रवाल ने कहा, ‘इंजीनियर अपनी पत्नी, मां, पिता और मानसिक रूप से बीमार बहन के साथ रहता है। मां पिता और बहन की देखभाल करती है। रजनी को बच्चे की देखभाल के लिए रखा गया था। लेकिन कुछ हफ्ते पहले लड़का बीमार पड़ गया। डॉक्टर ने कहा कि आंत में संक्रमण है और लड़का कमजोर है।