चित्रकूट: उत्तर प्रदेश के जिले चित्रकूट में एक कोतवाल व दो दरोगा समेत 8 पुलिस कर्मियों पर एससी एसटी एक्ट कोर्ट ने FIR दर्ज करने के निर्देश दिए है। पुलिस वालो का सिर्फ इतना कसूर था कि उन्होंने भूमि विवाद में प्रयोग हुए एक ट्रेक्टर को जब्त कर थाना चौकी में लेकर खड़ा कर दिया था।
जिसके बाद सदर कोतवाली इलाके के बनवारीपुर रोड कसहाई निवासी चंदन सिंह कोटार्य की शिकायत पर एससी-एसटी एक्ट के विशेष न्यायाधीश की अदालत ने एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए। आपको बता दे कि इलाके के चंदन सिंह कोटार्य का दूसरे पक्ष से भूमि को लेकर विवाद चल रहा था जिसपर पुलिस कर्मियों द्वारा कार्यवाई करते हुए ट्रेक्टर को जब्त कर लिया गया था।
आरोप है कि कोतवाल पंकज पांडेय, दरोगा शिवपूजन, विजय कुमार अपने पांच हमराहियों के साथ 22 जून की दोपहर घर चन्दन सिंह के घर पहुंचे जहां उनके भाई विनोद कुमार का ट्रेक्टर खड़ा था। विनोद कुमार के घर में न होने पर पुलिस कर्मी ट्रेक्टर को जब्त कर कोतवाली ले आये। जिसके बाद शाम को वह भाई विनोद के साथ कोतवाली पहुंचा तो बिना ट्रैक्टर दिए लौटा दिया गया।
जिसपर चन्दन सिंह की ओर से एससी एसटी कोर्ट में कंप्लेंट दायर की गई थी। मामले की सुनवाई के दौरान अधिवक्ता राजेश सिंह चौहान ने बताया कि इस मामले में एससी-एसटी एक्ट मामले के विशेष न्यायाधीश सतीश चंद्र द्विवेदी ने दोनों पक्षों की बात जानने के बाद शुक्रवार को सभी आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने के आदेश दिए हैं।
वहीं कोतवाल पंकज पांडेय ने बताया कि उनपर व उनकी टीम पर लगाए गए आरोप फर्जी है। उन्हें भरोसा है कि जाँच में दूध का दूध व पानी का पानी हो जायेगा।
साथ ही कोतवाल की ओर से कहा गया कि विवाद जमीन से जुड़ा हुआ जिसपर हमारी टीम ने कार्यवाई करी थी। इस केस में पुलिस पर फर्जी एक्ट लगा कर FIR दर्ज की गई है।
खैर मामले में जाँच जारी है।
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Why Harsh Meena is writing this piece?
Harsh Meena is a student of journalism at the University of Delhi. He reads and writes Dalit politics for exposing the venom spread by the so-called Dalit organizations. Besides, he is known for being vocal about the forceful conversions of the Hindu Dalits. Fun Fact, Dalit organizations hate him for exposing their nexus with Jay Meem!