Covid19- योगी सरकार की तैयारियों की रवीश ने भी की तारीफ़, बोले- ‘दूसरे राज्यों की तुलना नहीं’

नईदिल्ली : कोरोना पर योगी सरकार के कामों की तारीफ़ NDTV पत्रकार रवीश कुमार ने भी करी है।

देश में कोरोना महामारी का विकट संकट चल रहा है जिसके कारण 23 मार्च से 3 मई तक पूरे देश को लॉक डाउन में रखा गया है। फिलहाल स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट को माने तो देश में अब तक 12 हजार से ज्यादा कोरोना मरीज पाए गए हैं।

वहीं देश के लगभग सभी राज्यों में इसका कहर फैला हुआ है। वहीं इससे लड़ने के लिए केंद्र सहित सभी राज्य सरकारें अपने अपने स्तर पर काम भी कर रही हैं। एक ओर कोरोना के प्रभाव को कम करने में राजस्थान का भीलवाड़ा मॉडल मीडिया की सुर्खियों में रहा है।

इसी कड़ी में राज्यों में बड़ी आबादी के बावजूद कोरोना के खिलाफ कारगर लड़ाई में बहुत लोगों ने उत्तरप्रदेश को भी सराहा है। अक्सर सत्ताधारी सरकारों के मुखर आलोचक रहने वाले जाने माने रमन मैग्सेसे पुरस्कार विजेता पत्रकार रवीश कुमार ने UP सरकार के कामों की जमकर तारीफें की है।

NDTV पत्रकार रवीश कुमार ने योगी सरकार द्वारा दिनभर के किए गए कामों को सुव्यवस्थित सोशल मीडिया पर बताने से लेकर हर जरूरी जानकारी तुरन्त उपलब्ध कराने को लेकर तारीफ योग्य बताया है। इसके लिए हमेशा की तरह रवीश कुमार नें अपने फेसबुक पोस्ट में अन्य राज्यों की तुलना में UP कैसे सफल है इसे विस्तारपूर्वक बताया है।

“सरकारी सूचनाओं में उत्तर प्रदेश सरकार का ट्विटर हैंडल बेहतर है। तुलना नहीं कर रहा क्योंकि दूसरे राज्य का नहीं देखा। इस हैंडल से कोरोना काल में यूपी सरकार क्या क्या कर रही है इसकी ठीक ठीक सूचना मिल जाती है। उसी को ध्यान से देखने पर पता भी चल जाता है कि क्या क्या नहीं हो पा रहा है। आप यह भी समझ सकते हैं कि सरकार क्या क्या नहीं बता रही है! हर दिन शाम को जब प्रेस कांफ्रेंस होती है जिसमें अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी और आलोक कुमार होते हैं काफ़ी तैयारी से सूचना देते हैं। अब पत्रकारों पर निर्भर करता है कि वे प्रेस कांफ्रेंस में किस तरह के सवाल करते हैं और सूचना निकलवाते हैं। बशर्ते पूछने का समय और सुविधा हो। दिल्ली में स्वास्थ्य मंत्रालय की कांफ्रेंस में चार पाँच सवाल के बाद ही महफ़िल उठ जाती है। यूपी के मुक़ाबले दिल्ली में स्वास्थ्य मंत्रालय की प्रेस ख़राब है जबकि वैज्ञानिक गंगाखेडकर को लंबा समय दिया जाए तो काफ़ी कुछ जानने को मिलेगा। यह प्रेस कांफ्रेंस यह जानने के लिए महत्वपूर्ण है कि सरकार क्या क्या नहीं बताना चाहती है ! 

यूपी में जो भी इस ट्विटर हैंडल को सँभाल रहा है अच्छा काम कर रहा है। कम से कम एक जगह पर सरकार की सारी गतिविधियाँ संतुलित भाषा में लिखी मिल जाती हैं।”

【नोट : ये मीडिया हाउस दिल्ली विश्वविद्यालय के मीडिया छात्रों द्वारा चलाया जा रहा है】

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