नईदिल्ली : शिक्षा मंत्री निशंक बोले भारत की नई शिक्षा नीति वैदिक ज्ञान- विज्ञान पर आधारित होगी।
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि “महामना मदन मोहन मालवीय के दृष्टिकोण के अनुसार, नई शिक्षा नीति वैदिक ज्ञान-विज्ञान पर आधारित होगी। यह महामना की उम्मीदों पर खरा उतरेगी। रमेश पोखरियाल निशंक ने महामना मालवीय मिशन, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू), वाराणसी द्वारा आयोजित Maha कोविद -19: महामना की भारतीय दृष्टि वैश्विक संदर्भ में ’के तीन दिवसीय राष्ट्रीय वेबिनार का उद्घाटन किया।
वेबिनार शनिवार को मंत्रों के साथ शुरू हुआ। इस दौरान मंत्री नें कहा कि “पूरी दुनिया भारत की ओर देख रही है। वर्तमान में, महामना के विचार निश्चित रूप से हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। हमारी सांस्कृतिक विरासत हमारी ताकत है।”
आगे उन्होंने कहा कि “महामना की दृष्टि के आधार पर, हम एक नई शिक्षा नीति लाएंगे जो वैदिक ज्ञान और विज्ञान पर आधारित होगी। यह महामना के दृष्टिकोण पर खरा उतरेगा और उनकी उम्मीदों पर खरा उतरेगा। प्राचीन ज्ञान हर क्षेत्र का हिस्सा बनना चाहिए।”
New education policy will be based on Vedic knowledge- science, says the union HRD ministerhttps://t.co/gOmXsk5g6B
— Hindustan Times (@htTweets) May 10, 2020
”पोखरियाल ने अंत कहा कि “हमें कोविद -19 के खिलाफ लड़ाई जीतने के लिए कठिन समय में एकजुटता के साथ काम करने की जरूरत है।”
【नोट : ये मीडिया हाउस दिल्ली विश्वविद्यालय के मीडिया छात्रों द्वारा चलाया जा रहा है】
Dusrey dharmon ki kya halat hai ,yeh dunia dekh chuki hai ,
Bhartiyon key liye bhartiya bhoomi key anukool sadhna honee chahiye
Paint shirt ney bhartiya Jan manas ko gulami ki ore dhakela hai