लखनऊ (UP): जब देश के सभी पवित्र स्थानों की मिट्टी भूमि पूजन में शामिल होगी तो परशुराम के स्थानों से माँग उठाई गई है।
देश आने वाले 5 अगस्त को उस क्षण का गवाह बनेगा जिसका कई सदियों से इंतजार था। अर्थात राम लला का भूमि पूजन होगा। इसके लिए विश्व हिंदू परिषद ने भी काफी विशेष तैयारियां करी ली हैं। न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक VHP के विशिष्टमंडल देवभूमि उत्तराखंड के बद्रीनाथ से पवित्र मिट्टी भेेेज रहा है।
इसके अलावा पवित्र अलकनंदा नदी से जल राम मंदिर के शिलान्यास समारोह के लिए यूपी के अयोध्या भेजा जा रहा है। बता दें कि विश्व हिंदू परिषद के एक प्रतिनिधिमंडल ने मिट्टी और पानी के साथ अयोध्या के लिए कल प्रस्थान किया है। यह समारोह 5 अगस्त को आयोजित किया जाना है।
Uttarakhand: Soil from Badrinath & water from Alakananda river is being sent to UP’s Ayodhya for foundation stone laying ceremony of Ram Temple. A delegation of Vishwa Hindu Parishad y’day left for Ayodhya with the soil & water. The ceremony is scheduled to be held on 5th August. pic.twitter.com/TkbLpQbewO
— ANI (@ANI) July 28, 2020
राम मंदिर भूमि पूजन के लिए विशेष तौर पर देश के आठ हजार स्थानों की पवित्र मिट्टी और जल का उपयोग किया जाएगा।
भूमि पूजन में परशुराम की भूमि की भी माटी:
इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश के ब्राह्मण नेता व पूर्व कांग्रेस मंत्री जितिन प्रसाद ने ब्राह्मण समुदाय के पूज्य परशुराम जी से संबंधित स्थानों की मिट्टी व जल भी भूमिपूजन में शामिल करने की माँग की है।
एक बयान में कांग्रेस नेता प्रसाद ने कहा कि “जिस तरह बड़े मंदिरो व पवित्र नदियों का जल मन्दिर निर्माण में शामिल है, ठीक उसी प्रकार ब्राह्मण समाज के आराध्यदेव भगवान परशुराम जी से जुड़ी जन्मस्थली की मिट्टी भी निर्माण में शामिल की जाए।”
जिस तरह बड़े मंदिरो व पवित्र नदियों का जल मन्दिर निर्माण में शामिल है, ठीक उसी प्रकार ब्राह्मण समाज के आराध्यदेव भगवान परशुराम जी से जुड़ी जन्मस्थली की मिट्टी भी निर्माण में शामिल की जाए। https://t.co/7dvfmEbyuL
— Jitin Prasada जितिन प्रसाद (@JitinPrasada) August 2, 2020
उधर उत्तर प्रदेश में श्रीराम की नगरी अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के भूमि पूजन की तैयारियां चल रही हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 5 अगस्त को राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन करेंगे। इस अवसर पर वे अयोध्या में विकास कार्यों का भी शुभारंभ करेंगे।
सोने चांदी की बजाय धन दान करें: ट्रस्ट
वहीं श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के ट्रस्टी चंपत राय ने राम भक्तों से विशेष अपील में कहा कि “अनेक श्रद्धालु चाँदी की शिलाएँ लेकर अयोध्या आ रहे हैं। बहुत से लोग सोना भी दान करना चाहते हैं। लेकिन मंदिर निर्माण के लिए इस समय धन की ज़रूरत है। इसलिए सब भक्तों से आग्रह है कि उस सोने-चाँदी के स्थान पर पैसे का दान करें।”
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