नई दिल्ली: अब संतों के सबसे बड़े संगठन ने देश में जनसंख्या नियंत्रण जैसे कानूनों की माँग उठाई है।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने देश में इस समय काफी चर्चा में रहे जनसंख्या वृद्धि समस्या, समान नागरिक संघिता व अल्पसंख्यक दर्जा से जुड़े विषयों पर प्रतिक्रियाएं सामने रखी हैं। ये बातें परिषद के मुखिया महंत नरेंद्र गिरी ने न्यूज एजेंसी IANS से एक बातचीत में रखी हैं।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद जोकि देश के सभी 13 मान्यता प्राप्त हिंदू मठों (अखाड़ों) का शीर्ष निकाय कहलाता है उसने बढ़ती जनसंख्या और समान नागरिक संहिता के कार्यान्वयन के लिए एक कानून की मांग की है।
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने भारत में तेजी से बढ़ती जनसंख्या की रोकथाम के लिए दो बच्चों की नीति पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि जनसंख्या की रोकथाम के लिए दो-बच्चों वाले कानून बनाने की जरूरत थी। महंत गिरि ने कहा कि एक निश्चित समुदाय को अल्पसंख्यक का दर्जा प्राप्त है, लेकिन बहुसंख्यक समुदाय को सता रहा है।
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