कोलकाता (बंगाल): भाजपा अध्यक्ष ने ममता सरकार को मुस्लिम तुष्टिकरण के लिए जमकर हमला किया है।
कल भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बंगाल भाजपा की नवनिर्वाचित और नवगठित कार्यसमिति की बैठक को संबोधित किया। इस दौरान नड्डा ने बंगाल सरकार को मुस्लिमों के तुष्टिकरण के लिए जमकर घेरा।
पहले नड्डा ने कहा कि “पश्चिम बंगाल की जनता को मुख्यधारा में शामिल होने से ममता दीदी रोड़ा अटकाती रही है लेकिन अब बदलाव का समय आ गया है और मैं कहता हूँ कि बंगाल में विकास के लिए अब सब कुछ होगा।”
आगे नड्डा ने राम मंदिर भूमि पूजन के दिन बंगाल सरकार द्वारा लॉक डाउन घोषणा व बक़रीद पर लॉक डाउन हटाने को लेकर उन्हें हिंदू विरोधी बताया। नड्डा ने कहा “सदियों से जो हम सबकी इच्छा थी कि भव्य राम मंदिर बने, 5 अगस्त को उसका शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करकमलों द्वारा हुआ लेकिन दुख के साथ कहना पड़ता है कि वोटबैंक और हिन्दू विरोधी राजनीति के चलते 5 अगस्त को पश्चिम बंगाल में ममता दीदी ने लॉकडाउन लगा दिया।”
नड्डा ने अयोध्या में 5 अगस्त के राम मंदिर भूमिपूजन पर विस्तार से बात करते हुए कहा कि “जब पूरा देश भूमिपूजन देख रहा था, ममता दीदी ने बंगाल में तालाबंदी कर दी और लोगों को उत्सव में भाग लेने से रोका। लेकिन उसी सरकार ने बकरीद के अवसर पर 31 जुलाई को घोषित तालाबंदी हटा ली। बकरीद के जश्न के दौरान सरकार को बंद का आह्वान करने में हमें कोई दिक्कत नहीं है। लेकिन जब राम मंदिर आया तो सरकार इतनी कठोर क्यों थी ?
लोकतंत्र के कथित योद्धाओं पर हमला:
इसके बाद भाजपा अध्यक्ष नड्डा ने बंगाल में राजनीतिक हत्याओं पर ममता सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि “पश्चिम बंगाल में जंगलराज के चलते 100 से ज्यादा कार्यकर्ता मारे गए। दिलीप दा, मुकुंद दा और कैलाश विजयवर्गीय जी के साथ मिलकर हमने उनका तर्पण किया लेकिन ये जो दिल्ली में बैठकर लोकतंत्र के योद्धा बनते हैं इनकी आवाज तक नहीं निकलती है। ऐसे दोहरे चरित्र की मानसिकता को हमें हटाना है।”
कोरोना एक्सप्रेस पर घेरा:
अंत में नड्डा ने श्रमिकों का मुद्दा उठाया, कहा कि “श्रमिक भाई जब पश्चिम बंगाल में वापस आ रहे थे, तो श्रमिक स्पेशल ट्रेनों को रोकने की कोशिश ममता सरकार ने की। ममता दीदी ने ट्रेन को कोरोना एक्सप्रेस कह दिया। ये ममता दीदी की मानसिकता को दर्शाता है कि उन्हें बंगाल के लोगों से प्रेम नहीं है।”
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