चित्रकूट: वाल्मीकि जयंती समारोह पर उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी ने पवित्र नगरी चित्रकूट में भगवान राम के गुणों के जरिए बड़ा संदेश दिया है।
चित्रकूट में आदित्यनाथ ने कल एक जनसभा को संबोधित किया। ये कार्यक्रम वाल्मीकि जयंती के उपलक्ष्य में रखा गया था जहां पहले मुख्यमंत्री ने महर्षि वाल्मीकि जयन्ती की पूर्व संध्या पर प्रदेशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं दी।
महर्षि वाल्मीकि जयंती के पावन अवसर पर मुख्यमंत्री श्री जी ने महर्षि वाल्मीकि आश्रम, चित्रकूट में हवन तथा गौ-पूजा कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
मुख्यमंत्री ने महर्षि वाल्मीकि जयन्ती के अवसर पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में कोविड-19 के प्रोटोकाॅल तथा सोशल डिस्टेसिंग का पूर्ण पालन करने की अपील की है।
इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक सांस्कृतिक कार्यक्रम का उद्घाटन किया और महर्षि वाल्मिकी को भारत की रामायण कालीन प्राचीन परंपरा का वाहक बताया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संकट खत्म होने के बाद यूपी के हर गांव से कुछ लोगों को अयोध्या ले जाकर राम जन्मस्थान के दर्शन कराए जाएंगे और लोगों को राम मंदिर के निर्माण में कारसेवा का अवसर भी दिया जाएगा।
चित्रकूट के इस विशेष कार्यक्रम में योगी ने कहा कि “मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम का जीवन हम सभी को त्याग, मर्यादाओं के पालन और कर्तव्य परायणता की सीख देता है। भगवान श्री राम से हमें सदैव धर्म का अनुसरण करते हुए जीवन जीने की प्रेरणा मिलती है।”
आगे कहा कि “उनके द्वारा दी गई शिक्षा और आदर्शों को अपनाकर प्रगतिशील एवं समरसतायुक्त समाज का निर्माण किया जा सकता है। महर्षि वाल्मीकि ने आदिकाव्य रामायण की रचना कर लोगों को सत्य एवं कर्तव्य परायणता पर चलने का मार्ग दिखाया। भगवान श्रीराम की गाथा को देश-दुनिया में पहुंचाने का श्रेय महर्षि वाल्मीकि को जाता है।”