हाल ही में स्विगी के ऑफिसियल ट्विटर हैंडल से एक पोलिटिकल रिप्लाई किया गया था। जिसका ट्विटर पर दिन भर विरोध चलता रहा जिसके बाद बॉयकॉट स्विगी भी देखते ही देखते ट्रेंड करने लगा। स्विगी के इस रिप्लाई को मोदी फोबिया व हिन्दू फोबिया से जोड़ा जाने लगा। वहीं कई लोगो ने ऐसा कहा जाना जल्दबाजी भी करार दिया। जिसपर सोशल मीडिया यूजर विजय पटेल ने स्विगी के हिन्दू फोबिक व राइट विंग विरोधी होने पर एक विस्तृत पोस्ट भी साझा करी है जिसे हज़ारो लोग शेयर कर चुके है।
स्विगी के मोदीफोबिक होने पर अगर आप गौर करेंगे तो पाएंगे कि कंपनी के मालिक से लेकर सोशल मीडिया सँभालने वाली कंपनी तक सभी लोग हिन्दू फोबिया व मोदी फोबिया से ग्रसित है। जिसपर ट्वीटर यूजर विजय पटेल ने कई सारे ट्वीट भी साझा किये है।
विजय ने अपने ट्वीट में बताया कि स्विगी के सोशल मीडिया अकाउंट को सँभालने वाली कंपनी Dentsu Aegis Network (DAN) वेब चटनी, जोकि कई और दिग्गज कंपनियों के सोशल मीडिया को संभालती है, वह कितनी अधिक हिन्दू फोबिया से ग्रसित है। इसके लिए उन्होंने DAN के सीईओ सिद्धार्थ राव के कुछ ट्वीट्स का अध्यन किया है। विजय पटेल ने अपने अध्यन में पाया कि कई मौके पर सिद्धार्थ राव ने सरकार विरोधी व धर्म विरोधी ट्वीट्स को अपने अकाउंट पर बढ़ावा दिया है। जिससे उनकी कंपनी वेब चटनी के काम काज का अंदाजा हो सकता है जोकि इस समय स्विगी के सोशल मीडिया अकाउंट को संभाल रही है।
इसके बाद विजय जी ने वेब चटनी में काम कर रहे प्रज्ञा सरीन व संकेत के सोशल मीडिया अकाउंट को खंगाला तो नतीजे में वही धर्म विरोधियो गतिविधियों से पटी उनकी टाइम लाइन मिली। क्रिएटिव टीम में कार्य कर रहे संकेत के अकाउंट पर राम मंदिर पर टिप्पणी से लेकर मोदी को 2002 दंगो को कराते दिखाने के ट्वीट किये गए है। इसी के साथ सरकार विरोधी भी कई ट्वीट में उनकी संलिप्ता रही है जिसको स्विगी के अकाउंट से दिए रिप्लाई से जोड़ कर देखा जा सकता है।
इसके बाद विजय जी ने वेब चटनी में काम कर रहे प्रज्ञा सरीन व संकेत के सोशल मीडिया अकाउंट को खंगाला तो नतीजे में वही धर्म विरोधियो गतिविधियों से पटी उनकी टाइम लाइन मिली। क्रिएटिव टीम में कार्य कर रहे संकेत के अकाउंट पर राम मंदिर पर टिप्पणी से लेकर मोदी को 2002 दंगो को कराते दिखाने के ट्वीट किये गए है। इसी के साथ सरकार विरोधी भी कई ट्वीट में उनकी संलिप्ता रही है जिसको स्विगी के अकाउंट से दिए रिप्लाई से जोड़ कर देखा जा सकता है।
विजय के द्वारा स्विगी पर बनाई गई ट्वीटर रिपोर्ट जैसे ही वायरल हुई वैसे ही वेब चटनी व उनके सीईओ के अकाउंट सहित सभी बताये गए लोगो ने अपने अकाउंट को प्राइवेट कर लिया। जिससे कोई भी उनके ट्वीट को अब देख न सके। वही इसके अलावा कंपनी ने अपने इंस्टाग्राम के अकाउंट को भी प्राइवेट कर लिया है।
स्विगी को एक्सपोज़ करने वाले विजय के अनुसार मसला यह नही है कि इन लोगो के वैचारिक मतभेद है। मसला यह है कि कैसे यह लोग अपनी निजी विचारधारा को हथियार बनाकर सोशियल मीडिया में क्रिएटिविटी के नाम पर नफरत फैलाने का काम करते है। जिसमे सभी से पैसा ले आप किसी एक विचारधारा को फैलने फूलने का हथियार बनाते जा रहे है।
बरहाल विजय पटेल के स्विगी पर बनायीं गई इस पड़ताल को सोशल मीडिया के बड़े दिग्गजों ने भी सराहा है। जिसके बाद लाखो स्विगी यूजर्स ने दुबारा कभी स्विगी से खाना न आर्डर करने की बाते भी कहनी शुरू कर दी है।