दलितों के लिए मसीहा माने जाने वाली संस्था बामसेफ व दलितों के हित के लिए काम करने का दावा करने वाले रतन राज आंबेडकर को लेकर आज हमने एक गहन रिपोर्ट तैयार करी है। दोनों संस्था भारत में दलितों को लेकर कार्य कर रही है। वहीं आम तौर पर दोनों को ही हिन्दू धर्म व ब्राह्मणो के खिलाफ आग उगलते हुए भी देखा आया गया है। ऐसा कई बार देखा गया है कि एससी एसटी एक्ट पर सुप्रीम कोर्ट का निर्णय हो या CAA पर चल रहे आंदोलन सभी जगहों पर दोनों संगठनों के लोगो की संपलिप्ता आपको देखने को मिल ही जाएगी।
आज हमारी टीम ने बामसेफ व रतन राज आंबेडकर की आतंकियों के साथ चल रहे नेक्सस पर एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार करी है जोकि आपके होश उड़ा कर रख देगी। रिपोर्ट की शुरुआत हम बामसेफ में कार्य करने वाली व उसकी वाईस प्रेजिडेंट मनीषा बांगर से करते है जोकि बामसेफ का सारा कार्यभार भी संभालती है।
मनीषा बांगर पर आने से पहले हमें एक अन्य संस्था आर्गेनाइजेशन फॉर इंडियन माइनोरिटीज़ (OFMI ) के बारे में समझना होगा जिसे वर्ष 2007 में भजन सिंह भिंडर ने पीटर फ्रेड्रिच की मदद से शुरू किया था। यह संस्था भारत के खिलाफ विदेशो में दुष्प्रचार करने के लिए भजन सिंह भिंडर ने शुरू करी थी। आपको बता दें भजन सिंह भिंडर एक घोषित आतंकी है जिसने कई मौके पर भारत में आतंकी गतिविधियों के लिए पाकिस्तान की मदद से आर्थिक मदद पहुंचाई थी।
भजन सिंह भिंडर पाकिस्तान में इक़बाल चौधरी के नाम से ISI के एजेंट के रूप में भी कार्य कर चूका है। जिसका खुलासा 16 जुलाई 1992 को मुंबई के दादर रेलवे स्टेशन से पकड़े गए खूंखार आतंकी लाल सिंह ने किया था। पकड़े जाने से पहले लाल सिंह ने साइनाइड खाने का भी प्रयास किया था लेकिन पुलिस ने उसे वक़्त रहते ऐसा करने से रोक लिया था। लाल सिंह ने पुलिस रिमांड के दौरान बताया था कि भिंडर ने चेन्नई व मुंबई में आतंकी हमला करने के लिए उसे आर्थिक मदद मुहैय्या कराई थी।
आपको बता दें कि पकड़े जाने से पहले आतंकी लाल सिंह पाकिस्तान भी गया था जहां उसे K2 थ्योरी के बारे में पता चला था। K2 कश्मीर व खालिस्तान की आतंकी थ्योरी थी जिसके जरिये भारत पर आतंकी हमलो की योजना बनाई जा रही थी। उसने बताया कि कैलिफ़ोर्निया से भजन सिंह भिंडर सालाना 20 से 25 लाख रूपए भेजा करता था जिससे वह भारत में अपनी योजना पर काम कर सके। ज्ञात होकि लाल सिंह को वर्ष 1992 में गिरफ्तार किया गया था जिसके पास 28 तरह के बेहद ख़तरनाक हथियार बरामद हुए थे।
इसी दौरान भजन सिंह भिंडर ने अपने खालिस्तानी मंसूबो को सफल करने के लिए दो बार भारत में हथियार भेजने का प्रयास किया था जिसे अमेरिकी कस्टम एजेंसी ने नाकाम कर दिया था।
इस प्रकरणों के बीच भजन सिंह भिंडर यह समझ चूका था कि अमेरिका से हथियार भेजना आसान कार्य नहीं है जिसके बाद उसने विदेशो में भारत की छवि बिगाड़ने के लिए मिस इनफार्मेशन कैंपेन को फंड करना शुरू कर दिया। इसी क्रम में भजन सिंह ने आर्गेनाइजेशन फॉर इंडियन माइनोरिटीज़(OFMI ) का गठन किया जोकि भारत के बारे में दुष्प्रचार व देश विरोधी आंदोलनों को आर्थिक मदद देने लगी। हाल ही में प्रकाश में आये पीटर फ्रेड्रिच को भी इसी संस्था से जुड़ा हुआ पाया गया है।
जिस OFMI संस्था की चर्चा हम कर रहे है उसमे कई मौको पर मनीषा भांगर को जुड़ा पाया गया है। बामसेफ की वाईस प्रेजिडेंट को कई मौके पर आतंकी भजन सिंह भिंडर व उसके साथी पीटर फ्रेड्रिच के साथ भी देखा जा चूका है। वर्ष 2017 में एक चर्च में हुए कार्यक्रम में पीटर फ्रेड्रिच व मनीषा बांगर साथ में दिखे थे जहां उन्हें OFMI ने बामसेफ के वाईस प्रेजिडेंट के बतौर स्पीकर बुलाया था।
अधिक जांच करने पर हमें ज्ञात हुआ कि मनीषा बांगर दिसम्बर 2020 तक OFMI से जुड़ी हुई थी जिन्हे पीटर फ्रेड्रिच के नाम के साथ बाद में वेबसाइट से हटा दिया गया था। इसी कड़ी में दलित एक्टिविस्ट रतन राज आंबेडकर का नाम भी वेबसाइट से हटा दिया गया था। दोनों के नाम वेबसाइट से इसलिए भी हटा दिए गए थे क्यूंकि इन दोनों को आगे जाकर पकड़े जाने का डर थे जिसके तहत हर सार्वजनिक जगह से यह लोग अपने लिंक को OFMI से डिलीट कर रहे थे।
हालाँकि कुछ जगहों से मनीषा व रतन राज अपने लिंक को डिलीट करना भूल गए थे जिन्हे कई जाँच एजेंसियो ने पकड़ लिया। वर्ष 2017 में OFMI ने एक कार्यक्रम में मनीषा बांगर को एक बार फिर बतौर स्पीकर बुलाया था।
आतंकी भजन सिंह भिंडर ने अपने फेसबुक अकाउंट से भी एक बार डॉ मनीषा भांगर (OFMI से जुड़े होने के कारण) के कई इवेंट को शेयर किया था।
साथ ही भजन सिंह ने वर्ष 2017 में मनीषा भांगर के साथ फोटो साझा करते हुए उनकी तारीफ़ भी करी थी।
रतन राज आंबेडकर है भारत में OFMI के प्रेजिडेंट
आपको जान के हैरत होगी कि आतंकी भिंडर द्वारा शुरू करी गई संस्था OFMI का भारत में सारा कारोबार दलित एक्टिविस्ट रतन राज आंबेडकर देखते है। रतन राज ने अपनी अपने फेसबुक अकाउंट पर इसकी जानकारी सिर्फ एक जगह दी हुई है लेकिन सबको दिखने वाले पेज पर इसे छुपाया हुआ है। ट्विटर पर भी उन्होंने इस जानकारी को छुपाया है।
वहीं लिंक्डइन में रतन राज ने OFMI के भारतीय प्रेजिडेंट होने की बाते दर्ज की हुई है। हाल ही में इसी माह की शुरुआत में राज रतन आंबेडकर ने अपने फेसबुक अकाउंट को भी लॉक कर लिया है।
OFMI है एक आतंकी द्वारा संचालित संस्था
OFMI आतंकी भजन सिंह भिंडर द्वारा संचालित संस्था है जोकि भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल रहती आई है।
ISI एजेंट के रूप में काम कर चुके भजन सिंह भिंडर कई मौके पर भारत में हथियारों को भेजने की नापाक कोशिशे कर चुके है। वहीं आतंकी फंडिंग का भंडाफोड़ भी वर्ष 1992 में पकड़े गए आतंकी लाल सिंह ने अपने बयानों में कर दिया था। आपको बता दें कि भिंडर काफी लम्बे समय तक भारत की ब्लैक लिस्ट में रह चूका है। साथ OFMI से जुड़े पीटर फ्रेड्रिच के ऊपर भी भारत विरोधी गतिविधियों व भिंडर के साथ मिलकर कार्य करने को लेकर जाँच एजेंसी सक्रिय है जिसपर Dis Info Lab नाम की संस्था ने एक विस्तृत रिपोर्ट साझा करी है।
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