बेगूसराय: जिले के बीरपुर थाना के अंतर्गत आने वाले पासवान बाहुल्य गांव भवानंदपुर मे बिस्कुट लेने गई एक 11वर्षीय लड़की को अगवा कर दुष्कर्म व जान से मारने का प्रकरण सामने आया है। जानकारी के मुताबिक भवानंदपुर गांव निवासी नन्द मिश्रा(बदला हुआ नाम) की पुत्री 13 फ़रवरी की शाम घर से बिस्कुट लेने गई थी जोकि घर से जाने के बाद से लापता थी। पुलिस के अनुसार लड़की के काफी देर तक घर न आने पर परिजनों ने उसकी खोजबीन शुरू करी थी। बहुत कोशिशों के बावजूद कोई पता नहीं चलने पर पिता ने बीरपुर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। हालाँकि परिजनों का आरोप है कि बीरपुर पुलिस 3 दिन बीतने के बाद भी टस से मस नहीं हुई।
वहीं 3 दिन बाद 17 फरवरी की देर शाम घर से 3 किमी दूर सिउरी स्थित कौड़ियां घाट पर स्थानीय लोगों ने लड़की की लाश को नदी में बहते देखा था। जिसके बाद परिजनों को इसकी सूचना दी गई। सूचना मिलते ही परिजन घाट पर पहुंचे तो उन्होंने घाट पर अपनी बेटी को मृत पाया।
बच्ची का गला-कटा छिला था, अर्धनग्न हालत में मिला शव
कौड़ियां घाट पर बच्ची की पलटी हुई लाश मिली थी। चेहरा पहचान में नहीं आ रहा था लेकिन उसकी स्कूल ड्रेस से पहचान हुई। परिजनों के मुताबिक उसके गले में निशान थे व छाती के ऊपर के कपड़े फटे थे। पुलिस के अनुसार छात्रा के साथ रेप हुआ था जिसके बाद गला दबाकर उसकी हत्या की गई है। मारने के बाद आरोपियों ने बूढ़ी गंडक में शव को फेंक दिया था।
पास ही के छोटे मंदिर में पुजारी है पिता
मृतक बच्ची के पिता बेहद ही गरीब है व पूजा पाठ से मिले पैसे से ही बड़ी बेटी की पढ़ाई करा रहे थे। बच्ची बगल के गांव में ट्यूशन भी पढ़ने जाती थी। उसके शिक्षकों ने हमें बातचीत में बताया कि काफी बच्ची काफी होनहार थी।
5 दिन तक गुहार लगाने के बाद भी तमाशबीन बनी रही पुलिस
परिजनों का आरोप है कि काफी गुहार लगाने के बावजूद पुलिस तमाशबीन बनी रही थी। पुलिस ने एक बार भी बच्ची को ढूंढने का प्रयास नहीं किया था। परिजनों के मुताबिक अगर पुलिस समय से बच्ची को ढूंढने में जुट जाती तो आज वह उनके साथ होती।
पासवान बहुल गांव है भवानंदपुर
जिस गाँव में यह घटना हुई है वह दलित बहुल गाँव है। गाँव में सिर्फ दो घर ही ब्राह्मण समुदाय के है। पिता किसी तरह पूजा पाठ से होनी वाली कमाई से घर के साथ बच्ची को पढ़ा रहे थे। वहीं पुलिस के मुताबिक वह जल्द आरोपियों तक पहुंच जाएगी।
समुदाय के लोगो ने किया कैंडल मार्च
बच्ची को न्याय न मिलता देखा ग्रामीणों व समुदाय के लोगो ने बच्ची के समर्थन में कैंडल मार्च भी किया। ग्रामीणों के मुताबिक पुलिस की ढील के कारण अभी तक बच्ची के आरोपियों का कोई सुराग नहीं लग सका है।
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