अमरावती: महाराष्ट्र में अमरावती के एक स्थानीय चुनाव में शिवसेना व MIM के गठबंधन के बावजूद भाजपा ने जीत हासिल कर ली।
दरअसल रिपोर्ट के मुताबिक गुरुवार 11 मार्च को अमरावती के स्थानीय महानगरपालिका के विश्वरत्न डॉक्टर बाबा साहब अंबेडकर सभागृह में स्थाई समिति सभापति का चुनाव हुआ। इस चुनाव में भाजपा के सचिन रासने ने परचम लहराते हुए सभा पद हासिल किया। संख्या बल के आधार पर सभासद पद हेतु सचिन रासने के समक्ष कोई बड़ी चुनौती नहीं थी परंतु इस चुनाव में विचारधारा से इतर शिवसेना, कांग्रेस, बसपा, MIM सब भाजपा को हराने के लिए एक हो गए। MIM ओर से अफजल हुसैन मुबारक हुसैन को उतारा गया था। अफजल हुसैन ने यहां 6 वोट हासिल किए।
विशेष यह है कि इसमें कांग्रेस व शिवसेना के सदस्यों ने भी मतदान किया। MIM के प्रत्याशी को कांग्रेस के साथ शिवसेना प्रत्याशी का मतदान एक नई राजनीति का उदय माना जा रहा है।
स्थाई समिति सभापति पद के चुनाव के संदर्भ में बात करें तो 16 सदस्य वाली स्थाई समिति में भाजपा के 08 व भाजपा समर्थित 01 इस प्रकार कुल 09 सदस्य हैं। वहीं कांग्रेस के 03, MIM के 02 शिवसेना और बसपा के 01-01 सदस्य।
इस आधार पर संख्या बल भाजपा की अधिक है इसके चलते बड़ी ही आसानी से सभापति पद का ताज सचिन रासने ने धारण किए। परंतु MIM के मात्र 2 सदस्य के भरोसे चुनाव मैदान में उतरने वाले अफजल हुसैन मुबारक हुसैन को 6 वोट मिले।
इस मतदान प्रक्रिया के दौरान बसपा के चेतन पवार अनुपस्थित थे। 16 सदस्य समिति में से 15 सदस्यों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। 15 में से 09 वोट रासने को हुआ, 06 वोट अफजल हुसैन को प्राप्त हुए। चुनाव के दौरान कांग्रेस के 03, MIM के 02 शिवसेना के 01 सदस्य ने MIM के उम्मीदवार को मतदान किया।