चेन्नई: भारतीय जनता पार्टी ने सोमवार 22 मार्च, को सन्निकट तमिलनाडु विधानसभा चुनावों के लिए अपना घोषणा पत्र जारी कर दिया। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और वीके सिंह के साथ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष एल मुरुगन भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
भाजपा ने घोषणापत्र के माध्यम से तमिलनाडु की जनता से बड़े बड़े वायदे किये हैं। इनमें अनुसूचित जाति के लोगों को 12 लाख एकड़ पंचमी भूमि वापस देना, तमिलनाडु के मंदिरों को एक ट्रस्ट के माध्यम से हिन्दू समुदाय को लौटाना, बलात् धर्म परिवर्तन के विरुध्द बिल और श्रीलंकाई तमिलों को नागरिकता देने जैसी बातें शामिल है।
ज्ञात हो कि श्रीलंकाई गृह युद्ध के समय से वहां के नागरिक तमिलनाडु में शरणार्थी शिविरों में रह रहे थे जिन्हें भारतीय नागरिकता प्रदान करने की बात की जा रही है। तमिलनाडु की जनता को भाजपा ने 50 लाख नई नौकरियां देने का भी वचन लिया है।
परम्परावादी हिन्दुओं को भाजपा ने मन्दिर स्वतंत्र करने की बात कह के रिझाने का प्रयास किया है। घोषणापत्र के अनुसार “हिंदू मंदिरों का प्रशासन एक अलग बोर्ड को सौंपा जाएगा जिसमें हिंदू विद्वान और संत शामिल होंगे”
घोषणापत्र के अन्य मुख्य बिंदु:
1. किसानों की तरह मछुआरों को भी 6 हजार रुपये सालाना मदद
2. 18 से 23 वर्ष की आयु की लड़कियों को मुफ्त दोपहिया ड्राइविंग लाइसेंस
3. 8 वीं और 9 वीं कक्षा के छात्रों को मुफ्त टैबलेट
4. कृषि के लिए अलग बजट
5. सार्वजनिक वितरण प्रणाली के माध्यम से वितरित किए जाने वाले सभी वस्तुओं को इलेक्ट्रॉनिक राशन कार्ड धारकों के घरों में ही दिया जाएगा
6. सभी जिला मुख्यालयों में सरकारी मल्टी-स्पेशियलिटी अस्पताल स्थापित किए जाएंगे और मुफ्त में उपचार प्रदान किया जाएगा
7. जल जीवन मिशन के तहत, 2022 के भीतर राज्य के हर घर में पाइपलाइन के माध्यम से शुद्ध पेयजल मुफ्त उपलब्ध कराया जाएगा
8. नदी के कटाव को रोकने और भूजल स्तर में सुधार के लिए रेत खनन पर 5 साल के लिए प्रतिबंध लगाया जाएगा
9. चेन्नई नगर निगम को नई दिल्ली की भांति 3 नगर निगमों में विभाजित किया जाएगा
10. व्यापार में सुगमता (Ease of Doing business) में तमिलनाडु को नम्बर 1 राज्य बनाया जाएगा।
11. विशेषज्ञों को विधायी प्रक्रिया में भाग देने के लिए तमिलनाडु में विधान-परिषद को फिर से पुनर्जीवित किया जाएगा।
ज्ञात हो कि इससे करुणानिधि तमिलनाडु विधान परिषद को पुनर्स्थापित करने का प्रयास करते रहे हैं, तमिलनाडु विप को एमजीआर ने 1986 में समाप्त कर दिया था। तमिलनाडु विधानसभा चुनाव 6 अप्रैल को होने वाले हैं, जिसके परिणाम 2 मई को घोषित किए जाएंगे।