प्रतापगढ़: उत्तर प्रदेश के प्रताप गढ़ जिले में एक राजपूत व्यक्ति की गन्ने के विवाद में दो दलितों द्वारा पीट पीट कर हत्या कर दी गई। मामला जिले कोहड़ौर थाना क्षेत्र के पीथापुर गाँव की है जहां शुक्रवार की देर रात गांव में पड़ोसी गांव के कुछ लोग जंगली सुअर का शिकार करने आए थे। तभी नामजद आरोपी नरेंद्र बहादुर चौहान के खेत से गन्ने को उखाड़ने लगे जिसका विरोध नरेंद्र के पुत्र रजनीश ने किया। रजनीश ने दोनों को गन्ना उखाड़ने से रोका जिसपर विवाद हो गया। इसी बीच मामले को शांत करने धीरेन्द्र सिंह भी पहुंच गए। उन्होंने आरोपियों के बाइक की चाभी निकाल ली। हालाँकि बाद में मामला सुलझ जाने के बाद आरोपियों को उनकी चाभी वापस कर दी गई थी।
आरोप है कि इसी बीच धीरेन्द्र अपने घर की ओर जाने लगे जिन्हे रास्ते में तीन नामजद आरोपी रंजीत कुमार, विपिन कुमार व उनके पिता राजबली उर्फ मुंशीरजा ने रोक लिया। आरोपियों ने धीरेन्द्र को रात में बुरी तरह लाठी डंडो से पीटा। आरोपी उन्हें तब तक पीटते रहे जब तक उनकी जान नहीं चली गई। जिसके बाद शव को वही फेंक कर मौके से फरार हो गए।
घर नहीं आने से चिंतित घर वालो ने जब उनकी खोजबीन शुरू करी तो उनका शव अगले दिन खेत के समीप मिला जहां लाठी व टुटा हुआ गन्ना भी मिला जिसपर खून के निशान थे। ज्ञात होकि मृतक धीरेन्द्र सिंह भाजपा के मौजूदा बूथ अध्यक्ष भी थे।
25 अप्रैल को थी बेटे की सगाई, पत्नी हो रही मूर्छित
धीरेन्द्र का पूरा परिवार अपने लाडले मृत्युंजय की शादी की तैयारियों में जुटा था। परिजनों के अनुसार 25 अप्रैल को उनके बड़े बेटे की सगाई थी व दस दिन बाद शादी होनी थी। बेटे को पाई पाई जोड़कर धीरेन्द्र ने पढ़ा कर इंजीनियर बनाया था। एकाएक धीरेन्द्र की हत्या की खबर सुनने के बाद से घर में मातम पसरा हुआ है। वहीं धीरेन्द्र की पत्नी पुष्पा सिंह पति को याद कर बार बार मूर्छित हो रही है।
आरोपी पहले भी लगा चुके थे फर्जी एससी एसटी एक्ट
नामजद आरोपी पहले भी भाजपा नेता पर फर्जी एससी एसटी एक्ट का मुकदमा दर्ज कर चुके थे। ग्रामीणों का आरोप है कि अकसर हरिजन एक्ट का डर दिखाकर वह गैर दलितों से उलझते रहते थे। गन्ना तोड़ने से मना करने पर दबंगो ने सबक सिखाने के मकसद से गाँव में राजपूत व्यक्ति को मौत के घाट उतार दिया। मौके पर भारी पुलिस बल मौजूद है व उचित कार्यवाई का भरोसा परिवार को दिया जा रहा है।