बिजनौर: जिले के ग्राम झलरी में एससी एसटी एक्ट के तहत मिलने वाली धनराशि को प्राप्त करने के लालच में खुद के पिता को गोली मरवाने का प्रकरण सामने आया है।
घटना जिले के झलरी गाँव की है जहां अमर सिंह के पुत्र भोला सिंह ने साथी चरण सिंह, धर्मेंद्र व शारुख अहमद के साथ एससी एसटी में मिलने वाली धनराशि को प्राप्त करने के लिए अमर सिंह को गोली मारकर घायल करने की योजना बनाई । चरण सिंह ने रंजिश के चलते इस घटना में राजेश नाम के युवक को फ़साने का सुझाव दिया था जिसके साथ उसकी पत्नी के सम्बन्ध थे।
साथ ही धनराशि को देखते हुए भोला सिंह ने अपने पिता अमर सिंह को इस झूठी घटना में शामिल कर लिया था। भोला सिंह के मुताबिक वह पिता अमर सिंह को गोली मारकर सिर्फ घायल करना चाहते थे। जिसके बाद मृतक अमर सिंह ने अन्य आरोपियों से कहा था कि “तुम सब गोली मारकर भाग जाना मै शोर मचाने लग जाऊंगा”।
योजनाबद्ध तरीके से सभी आरोपी व मृतक थाना कोतवाली शहर से 50 किलोमीटर दूर ग्राम राजपुर नवादा के पास स्थित मौज्जमपुर रोड पर पहुंचे। जहां उन्होंने रात के अँधेरे में अमर सिंह पर गोली चला दी। गोली योजना के मुताबिक हाथ में लगने के बजाये कमर में लग गई जिससे अमर सिंह की मौके पर ही मौत हो गई। अमर सिंह को मरता देख पुत्र भोला सिंह समेत सभी आरोपी मौके से फरार हो गए। राहगीरों द्वारा शव को रोड पर पड़ा देख पुलिस को सूचित किया गया था।
एससी एसटी एक्ट में मिलने वाली धनराषि का आपस में करते बंटवारा
बिजनौर पुलिस अधीक्षक ने जानकारी देते हुए बताया कि पुरे प्रकरण में अमर सिंह की भी सहमति थी लेकिन गोली गलत जगह लगने से अमर सिंह की मौत हो गई।
घटना में शामिल सभी लोग एससी एसटी एक्ट में मिलने वाली धनराशि का बंटवारा कर राजेश नाम के युवक को फ़साने वाले थे। चारो आरोपियों की मोबाइल लोकेशन भी घटना के समय घटनास्थल पर मिली है।
पुलिस ने आरोपियों के पास से 1 तमंचा, 2 जिन्दा कारतूस, 2 चाकू व 2 मोटरबाइक बरामद की है।