कटनी: मध्यप्रदेश में कोरोना वेक्सीनेशन महा-अभियान के अंतर्गत कटनी जिले में भी बहुत ही उत्साह के साथ नागरिकों के द्वारा वेक्सीनेशन कराया गया। ग्रामीण क्षेत्रों में टीकाकरण को लेकर जागरुकता देखते ही बनी।
वहीं जुहला टीकाकरण केन्द्र में जुहला निवासी 78 वर्षीय श्यामकली अपनी नेत्रों से दिव्यांग पोती को लेकर टीकाकरण कराने पहुंचीं। वहीं बहुदिव्यांग जुहली निवासी अजय सिंह भी जुनून के साथ टीकाकरण केन्द्र पहुंचे और कोरोना संक्रमण से बचाव के लिये कोविड-19 वेक्सीनेशन कराया।
इसके साथ ही सोमवार 21 जून को वेक्सीनेशन महा-अभियान में एक बिटिया, श्रवण कुमार की भूमिका में सामने आई। रीठी विकासखण्ड क्षेत्र के ग्राम बड़गांव में स्थापित टीकाकरण केन्द्र में बबली अपनी 60 वर्षीय नेत्रों से दिव्यांग मां को साईकल में बैठाकर टीकाकरण कराने के लिये पहुंची।
काबिलेगौर है कि 60 वर्षीय कमला रैकवार बड़गांव की निवासी हैं और उन्हें दोनों ही आंखों से दिखाई नहीं देता है। लेकिन उनकी बेटी बबली रैकवार ने अपनी मां को कोरोना जैसी संक्रामक बीमारी से बचाने के लिये टीकाकरण कराने की मन में ठान ली। उन्होने स्वयं स्वाभिमान के साथ आत्मसंबल से अपनी मां को साईकल में बैठाया और टीकाकरण केन्द्र पर ले जाकर वेक्सीनेशन कराते हुये उन्हें कोरोना का सुरक्षा कवच दिलाया। बेटी बबली अपनी जिम्मेदारी को निभाने के लिये श्रवण कुमार की भूमिका निभाई।
बबली ने बताया कि पहले उनकी मां लाठी के सहारे अपने काम कर लेती थी। लेकिन कुछ साल पहले उन्हें लकवा लग गया। जिसके कारण अब वे चलने फिरने में असमर्थ हो गई हैं। मैं जैसे ही अपनी मां को टीकाकरण केन्द्र लेकर आई, वैसे ही आशा कार्यकर्ताओं के सहयोग से उन्हें टीकाकरण कराया गया। मैं सभी से यह अपील करती हूं कि जब पारिवारिक विपरीत परिस्थितियों में अपनी जिम्मेदारी निभाने मैं पीछे नहीं हटी, तो आप भी आगे, स्वयं का टीकाकरण करायें। अपने परिजनों को भी वेक्सीन लगवाकर दूसरों को भी टीकाकरण कराने के लिये प्रेरित करें।