भोपाल : एमपी में जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आते जा रहे हैं वैसे ही हर तरफ सियासी दांवपेंच भी खोले जा रहे हैं | पार्टियाँ टिकट वितरण में लगी हैं वहीं नेता यहाँ वहाँ अपना ठिकाना खोज रहे हैं | अभी तो हाल कुछ ऐसे हैं कि किसी की गेंद किसी और के पाले में जा रही है |
असल में सत्ताधारी भाजपा की मुश्किलें कम होने का नाम ही नहीं ले रही हैं | क्योंकि कई नेता इस बार पार्टी के टिकट बांटने के फार्मूले से मुंह मोड़ रहे हैं | इधर मुख्य विपक्षी कांग्रेस किसी भी हालत में 3 बार का वनवास खत्म करके फिर से सत्ता में विराजमान होना चाहती है |