चेन्नई: दक्षिण मध्य रेलवे (एससीआर) के अंतर्गत आने वाले चेन्नई सेंट्रल रेलवे स्टेशन ने स्टेशन के प्लेटफॉर्म शेल्टर पर स्थापित सौर पैनलों द्वारा 100% दिन की ऊर्जा आवश्यकता लक्ष्य को पूरा कर लिया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पुरैच्ची तलैवर डॉ. एम.जी. रामचंद्रन सेंट्रल रेलवे स्टेशन के पूरी तरह से सौर ऊर्जा द्वारा संचालित होने पर प्रसन्नता व्यक्त की है।
प्रधानमंत्री ने रेल, संचार और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव को जवाब देते हुए एक ट्वीट में कहा; “यह देखकर प्रसन्न हूँ कि जब भी सौर ऊर्जा की बात होगी, तो पुरैच्ची तलैवर डॉ एम जी रामचंद्रन सेंट्रल रेलवे स्टेशन हमें रास्ता दिखाएगा।”
बता दें कि स्टेशन ने 1.5 मेगावाट की सौर ऊर्जा क्षमता स्थापित की है और स्टेशन की सभी बिजली की जरूरतें इस दौरान दिन के समय सौर ऊर्जा से पूरी होती हैं।
एससीआर भारतीय रेलवे में ‘एनर्जी न्यूट्रल’ रेलवे स्टेशनों की अवधारणा के साथ आने वाला पहला है, जो लगभग 13 स्टेशन भवनों पर लगे सोलर फोटो वोल्टाइक (एसपीवी) पैनलों के माध्यम से प्राकृतिक सौर ऊर्जा का उपयोग करके 100% ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने में सक्षम है।