लखनऊ: यूपी एटीएस ने अवैध धर्मान्तरण का देशव्यापी सिंडिकेट चलाने व धर्मान्तरण के लिए विदेशों से हवाला के जरिये फंडिंग करने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।
आज 26 सितम्बर को मौलाना कलीम सिद्दीकी के तीन अन्य साथियों, मो. सलीम, हाफिज इदरीस व कुणाल चौधरी उर्फ़ आतिफ चौधरी को भी यूपी एटीएस की टीम द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया है।
गिरफ्तार किए गए दो अभियुक्त मोहम्मद इदरीस कुरैशी व मोहम्मद सलीम उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर व तीसरा अभियुक्त कुणाल अशोक चौधरी उर्फ़ आतिफ महाराष्ट्र के नासिक का रहने वाला है।
रविवार को जारी एक आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति में एटीएस ने बताया गया कि अब तक गिरफ्तार अभियुक्तों के खातों में अब तक 20 करोड़ रूपये की राशि का आना प्रमाणित हुआ है, जिसका ब्यौरा आरोपी नही दे पाए हैं।
एटीएस ने 20 जून, 2021 को अवैध धर्मान्तरण के गिरोह को संचालित करने वाले कुछ लोगो को गिरफ्तार कर धारा -420 / 120 (बी) / 153 (ए) / 153 ( बी 1295 / 511 IPC व 3/5 उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म सम्परिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम -2020 के तहत एक मुकदमा थाना – एटीएस, लखनऊ पर पंजीकृत किया गया था।
उक्त अभियोग की विवेचना के दौरान उत्तर प्रदेश के अतिरिक्त भारत के विभिन्न राज्यों से अब तक 11 गिरफ्तारियां की गयी जिनमें मौलाना उमर गौतम सहित सलाहुद्दीन जैनुद्दीन शेख, रामेश्वर कावड़े उर्फ आदम उर्फ एडम, कौशर भुप्रिय बन्दो उर्फ अर्सलान मुस्तफा प्रमुख अभियुक्त थे। इसी क्रम में 21 सितम्बर, 2021 को जनपद मेरठ से मौलाना कलीम सिद्दीकी को भी गिरफ्तार किया गया था जो सम्पूर्ण भारत में अवैध धर्मान्तरण का सिंडिकेट संचालित करता था।
मौलाना सिद्दीकी इस समय 10 दिवस की पुलिस कस्टडी रिमांड में है जिससे एटीएस की टीमें अपर पुलिस अधीक्षक, एटीएस के नेतृत्व में सघन पूछताछ कर रही है। पूछताछ में मौलाना बताया कि, “मैने उम्मत को बढ़ाने की जिम्मेदारी को अपना फर्ज बनाया है और जब भी हम किसी का धर्म परिवर्तन कराते हैं तो इससे विदेश में बैठे अपने सहयोगियों को अवगत कराने पर वे उन्हे इस्लाम में बनाये रखने तथा और लोगों का धर्म परिवर्तन कराने के लिए काफी पैसा देते हैं जिससे मुझे व्यक्तिगत तौर पर काफी आर्थिक लाभ प्राप्त होता है।”
कलीम ने यह भी बताया कि फुलत व अन्य क्षेत्रों में जहां भी दावा के कार्य के लिए जाता हूँ वहां मेरे सहयोग के लिए मेरे साथ हाफिज इदरीस, मो. सलीम, तथा कुणाल अशोक चौधरी उर्फ आतिफ व मेरे अन्य साथी भी मेरे साथ इस दावा के कार्य मे सदैव शामिल रहते हैं।
पूर्व में अभियुक्त कलीम सिद्दीकी के द्वारा संचालित जमीयते इमाम वलीउल्लाह ट्रस्ट के विभिन्न खातों में लगभग 3 करोड़ की धनराशि जमा किए जाने के तथ्य प्राप्त हुए थे, जिसके संबंध में अब तक उपरोक्त ट्रस्ट के अलग अलग खातों से 20 करोड़ से अधिक राशि जमा किए जाने के तथ्य प्राप्त हो चुके है।
उपरोक्त ट्रस्ट के इण्डियन बैंक के खाते में बैंक ऑफ बहरीन एण्ड कुवैत से करीब 1.5 करोड़ रुपये प्राप्त हुए हैं जिसमें से एक बड़ी राशि कलीम सिद्दीकी द्वारा उसके साथ धर्मान्तरण में लगे लोगों (दाई) को भेजा जाना प्रमाणित हुआ है।
अभियुक्त मो. सलीम पिछले 17 वर्षों से सह अभियुक्त कलीम सिद्दीकी के साथ मिलकर धर्मातरण के काम में कलीम सिद्दीकी को सहयोग कर रहा है। अभियुक्त द्वारा पूछताछ में स्वीकार किया गया है धर्मातरण के लिए लोगों से संपर्क करने और कही आने जाने या किसी को ले जाने आदि कार्यों को सलीम, कलीम सिद्दीकी के बताए अनुसार करता था।
अभियुक्त कुणाल चौधरी उर्फ आतिफ (डॉक्टर) एमसीआई की परीक्षा करने के प्रलोभन के कारण कलीम सिद्दीकी से जुड़ा पर पिछले 2 सालों से कलीम सिद्दकी के साथ मिलकर दावात यानि धर्मांतरण का काम कर रहा है। अभियुक्त कुणाल उपरोक्त की वर्ष पूर्व रूस में रहकर मेडिकल की पढ़ाई के दौरान कन्वर्ट हुआ।