धारवाड़: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने कहा कि देश स्वतंत्रता का अमृत महोत्सव मना रहा है. इस निमित्त संघ के स्वयंसेवक समाज व विभिन्न संस्थाओं के साथ मिलकर काम करेंगे, स्वतंत्र रूप से भी आयोजन होंगे. स्वतंत्रता आंदोलन के अज्ञात सेनानियों का जीवन समाज के सामने लाया जाएगा.
जनसंख्या नीति पर प्रश्न के उत्तर में कहा कि प्रत्येक देश में जनसंख्या नीति होनी चाहिए, और यह समाज के सभी वर्गों के लिए समान रूप से लागू होनी चाहिए. प्राकृतिक संसाधनों की उपलब्धता को ध्यान में रखते हुए जनसंख्या नीति बननी चाहिए. सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने संघ द्वारा पूर्व में पारित प्रस्ताव के आधार पर ही पुनः स्मरण करवाया है.
सरकार्यवाह ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण प्रतिदिन का कार्य है, केवल दीपावली पर पटाखों को प्रतिबंधित करने से क्या समस्या का समाधान होगा, इससे समाधान नहीं होने वाला. विश्व के अनेक देशों में पटाखों का उपयोग होता है. इसलिए, किस प्रकार के पटाखों को प्रतिबंधित करना है, इसे देखना होगा. समग्रता से विषय को देखना चाहिए, एकदम से निर्णय नहीं लिया जा सकता. समग्रता से और समय रहते चर्चा होनी चाहिए. इससे मिलने वाले रोजगार के बारे में भी विचार करना होगा.
उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार से संख्या को बढ़ाना, धोखे से, लालच से मतांतरण करवाना सही नहीं. इसे स्वीकार नहीं किया जा सकता. एंटी कनवर्जन बिल का विरोध क्यों होता है, यह सबके सामने है. हिमाचल में कांग्रेस सरकार ने एंटी कनवर्जन बिल पारित किया, अरुणाचल में कांग्रेस सरकार ने अनुभव के आधार पर कानून पारित किया. इसलिए मतांतरण रुकना चाहिए, और जिन लोगों ने मतांतरण कर लिया है उन्हें घोषणा करनी चाहिए, दोनों तरफ लाभ नहीं ले सकते.
सरकार्यवाह ने कहा कि यदि मतांतरण को रोकने के लिए कानून बनता है तो हम स्वागत करेंगे.