नई दिल्ली: रामभक्तों के लिए रेलवे ने बड़ी खुशखबरी दी है जिसमें इसने श्रीराम के जीवन से जुड़े सभी स्थलों का दर्शन लाभ प्राप्त करने के लिए विशेष श्री रामायण यात्रा ट्रेन शुरू की है।
IRCTC डीलक्स एसी टूरिस्ट ट्रेन आज दिल्ली सफदरजंग रेलवे स्टेशन से श्री रामायण यात्रा सर्किट पर 16 रातों/17 दिनों के लिए 132 पर्यटकों के साथ प्रस्थान की। इसकी जानकारी IRCTC ने रविवार को दी।
आई.आर.सी.टी.सी द्वारा चलाई जा रही अनूठी “श्री रामायण यात्रा” के लिए “देखो अपना देश” डीलक्स ए.सी. पर्यटक ट्रेन 7 नवंबर को दिल्ली सफदरजंग स्टेशन से रवाना हुई। रामायण सर्किट भारत सरकार की “स्वदेश दर्शन योजना” के अंतर्गत चिन्हित थीम सर्किट में से एक महत्वपूर्ण सर्किट है।
यह ट्रेन पर्यटकों को प्रभु श्रीराम से जुड़े सभी महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों जैसे कि अयोध्या, नंदीग्राम, जनकपुर, सीतामढ़ी, काशी, प्रयाग, श्रृंगवेरपुर, चित्रकूट, नासिक, हम्पी व रामेश्वरम का भ्रमण व दर्शन कराएगी। इस टूर की सभी सीटें पर्यटकों द्वारा आरक्षित कराई जा चुकी हैं।
हालांकि IRCTC ने अपने बयान में यह भी कहा है कि पर्यटकों की लगातार माँग को देखते हुए यह यात्रा 12 दिसंबर को दोबारा रवाना की जाएगी जिसका आरक्षण प्रारम्भ किया जा चुका है।
ट्रेन में सुविधाएँ:
अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस यह ट्रेन पूर्णतया वातानुकूलित है जिसमें यात्री कोच के अतिरिक्त दो डाइनिंग रेस्तरां एक आधुनिक किचन भी है।
17 दिनों की यह यात्रा देखो अपना देश डीलक्स एसी टूरिस्ट ट्रेन द्वारा चलाई जा रही है। इस यात्रा की बुकिंग रु 102095/- (एसी प्रथम श्रेणी) व रु 82950/- (एसी द्वितीय श्रेणी) की कीमत में की गई है।
गंतव्य और यात्राएं शामिल हैं:
•अयोध्या: राम जन्मभूमि मंदिर, हनुमान गढ़ी, सरयू घाट।
•नंदीग्राम: भारत-हनुमान मंदिर और भरत कुंड जनकपुर: राम-जानकी मंदिर।
• सीतामढ़ी: सीतामढ़ी और पुनौरा धाम में जानकी मंदिर।
• वाराणसी: तुलसी मानस मंदिर, संकट मोचन मंदिर और विश्वनाथ मंदिर।
• सीता समाहित स्थल, सीतामढ़ी: सीता माता मंदिर।
• प्रयाग: भारद्वाज आश्रम, गंगा-यमुना संगम, हनुमान मंदिर।
•श्रृंगवेरपुर: श्रृंग ऋषि समाधि और शांता देवी मंदिर, राम चौरा।
• चित्रकूट: गुप्त गोदावरी, रामघाट, भरत मिलाप मंदिर, सती अनुसुइया मंदिर।
• नासिक: त्रयंबकेश्वर मंदिर, पंचवटी, सीता गुफा, कालाराम मंदिर।
•हम्पी: अंजनाद्री हिल, ऋषिमुख द्वीप, सुग्रीव गुफा, चिंतामणि मंदिर, माल्यवंत रघुनाथ मंदिर।
• रामेश्वरम: शिव मंदिर और धनुषकोडी।