वाराणसी: सोमवार शाम चेतगंज चौराहे पर साधु वेशधारी पप्पू की सरेआम पत्थर से कूंचकर हत्या कर दी गई। इस घटना ने पूरे शहर में सनसनी फैला दी। पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें चार नाबालिग और तीन बालिग शामिल हैं। सभी आरोपियों को आज कोर्ट में पेश किया जाएगा।
आखिर क्या था मामला?
पप्पू, जो भेलूपुर के ककरमत्ता इलाके का निवासी था, साधु वेशधारी बनने से पहले एक दुकान पर नौकरी करता था। पिछले साल उसकी पत्नी की मृत्यु के बाद उसने मणिकर्णिका घाट पर रहना शुरू कर दिया और पर्यटकों से काशी के धार्मिक महत्व पर बातचीत करके गुजारा करता था। सोमवार को चेतगंज चौराहे के पास शराब ठेके के बाहर खड़े पप्पू ने कुछ युवकों से पैसे मांगे। एक युवक ने उसे धक्का दिया और दूसरे ने पत्थर की पटिया से उसके सिर पर हमला कर दिया। हमलावरों ने तब तक हमला जारी रखा जब तक पप्पू की मौत नहीं हो गई।
सात आरोपी गिरफ्तार, चार नाबालिग
घटना के तुरंत बाद चेतगंज पुलिस ने इलाके की घेराबंदी करते हुए सात आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इनमें चंदन उर्फ भीलखोडवा (20), राजाबाबू (24), और सिकंदर (42) के अलावा चार नाबालिग भी शामिल हैं। पुलिस की पूछताछ में सामने आया कि हमलावरों का मकसद इलाके में दहशत फैलाना था, और यह हमला सिर्फ पैसे के लिए नहीं किया गया था। पुलिस इन आरोपियों के आपराधिक इतिहास की भी जांच कर रही है ताकि इनके गैंग से जुड़ी अन्य जानकारियाँ सामने आ सकें।
पुलिस की कार्रवाई
घटना की सूचना मिलने पर डीसीपी काशी जोन, एडीसीपी काशी जोन और एसीपी चेतगंज गौरव कुमार मौके पर पहुंचे। पुलिस ने पप्पू के भाई की तहरीर पर सातों आरोपियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है। पप्पू का शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है और पुलिस ने आगे की जांच शुरू कर दी है। मृतक के परिवार का इस घटना के बाद से रो-रोकर बुरा हाल है।