कपूरथला: विधानसभा चुनावों से पहले से एक महत्वपूर्ण घोषणा के रूप में पंजाब सरकार ने कहा है कि रामायण, महाभारत और श्रीमद भगवद गीता के तीन महाकाव्यों पर एक विशेष अनुसंधान केंद्र की स्थापना की जाएगी।
आज मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने फगवाड़ा में ब्राह्मण विकास बोर्ड, पंजाब द्वारा आयोजित ब्राह्मण सम्मेलन में भाग लिया और भगवान परशुराम तपोस्थल के विकास, सौंदर्यीकरण का उद्घाटन किया।
इस दौरान मुख्यमंत्री चन्नी ने रामायण, महाभारत और श्रीमद भगवद गीता के तीन महाकाव्यों पर एक विशेष अनुसंधान केंद्र की स्थापना की घोषणा की जो इन महाकाव्यों के संदेश को जन – जन तक पहुंचाने में सहायक के रूप में कार्य करेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि खाटी, फगवाड़ा में भगवान परशुराम के तपोस्थल को एक अति आधुनिक भवन के रूप में विकसित किया जाएगा और 10 करोड़ रुपये पहले ही जिला प्रशासन को सौंप दिए जा चुके हैं। मुख्यमंत्री ने पंजाबी विश्वविद्यालय में भगवान परशुराम चेयर के लिए 2 करोड़ के वार्षिक अनुदान की भी घोषणा की।
गौरतलब है कि 17 नवम्बर को ही मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह ने पंजाब ब्राह्मण कल्याण बोर्ड को उनकी सभी जायज़ माँगों का तत्काल समाधान करने का आश्वासन दिया था।
बोर्ड के चेयरमैन एडवोकेट शेखर शुक्ला के नेतृत्व अधीन 60 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार शाम पंजाब भवन में मुख्यमंत्री चन्नी के साथ मुलाकात की थी।
उस दौरान मुख्यमंत्री ने उनकी माँगों को अंतिम रूप देने के लिए 28 नवंबर को पंजाब ब्राह्मण कल्याण बोर्ड की बैठक बुलाने का ऐलान किया था। मुख्यमंत्री चन्नी ने कहा था कि पंजाब सरकार पंजाबी यूनिवर्सिटी, पटियाला में पहले से ही स्थापित भगवान परशुराम चेयर के लिए आवश्यक फंड मुहैया करवाएगी, जिससे उनके जीवन और दर्शन संबंधी व्यापक शोध किया जा सके, जिससे मानव जाति के बीच प्रेम, भाईचारे और करूणा के संदेश को संसार के कोने-कोने तक पहुँचाया जा सके।
मुख्यमंत्री ने उनकी अन्य माँगों पर भी सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का वादा किया था, जिनमें गरीब परिवारों को शिक्षा के लिए वित्तीय सहायता देने के अलावा बोर्ड को फंड मुहैया करवाना शामिल है। मुख्यमंत्री ने बोर्ड के चेयरमैन को लोक निर्माण विभाग द्वारा शुरू किए जाने वाले खाटी धाम प्रोजैक्ट के समग्र विकास के लिए एक सप्ताह के अंदर-अंदर एक व्यापक योजना तैयार करने के लिए भी कहा था।