भोपाल: मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि सामाजिक समरसता हमारा मूलमंत्र है और सभी वर्गों को न्याय दिलाना हमारी प्राथमिकता है। इसके लिए प्रदेश के हर संभाग में राज्य सामान्य वर्ग कल्याण आयोग के दौरे होंगे और सामान्य निर्धन वर्ग से सुझाव लेकर उन्हें लाभान्वित करने की कार्य-योजना बनाई जाएगी।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मंगलवार को मंत्रालय में मध्यप्रदेश राज्य सामान्य वर्ग कल्याण आयोग की बैठक को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आयोग के भ्रमण से लोगों की भागीदारी बढ़ेगी और उनके विचार शासन तक पहुँच सकेंगे। उन्होंने कहा कि हर संभाग में गोष्ठी, संवाद, विचार-विमर्श एवं चिंतन का दौर आयोग द्वारा जारी रखा जाए।
आयोग द्वारा चिन्हांकित कार्य-क्षेत्र और योजनाएँ
शासन की समस्त कल्याणकारी योजनाओं का संकलन एवं उन योजनाओं में सामान्य वर्ग के हितग्राहियों का चिन्हांकन।
आपदा की स्थिति में शासन द्वारा सामान्य वर्ग के व्यक्तियों को तात्कालिक सहायता उपलब्ध कराना।
कृषि, खेलकूद, सांस्कृतिक, भजन मण्डली आदि गतिविधियों को प्रोत्साहित करने के लिए सहायता।
मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना में सामान्य वर्ग के वृद्धजन की सहभागिता एवं प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करना।
सामान्य वर्ग आयोग द्वारा चिन्हांकित योजनाओं की कलेक्टर की अध्यक्षता में जिला स्तर पर गठित समिति द्वारा नियमित समीक्षा।
सामान्य वर्ग के लाभार्थियों को विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए कोचिंग की सहायता दी जाना।
शासन के समस्त विभागों में जन-कल्याण के लिए संचालित योजनाओं और कार्यक्रमों का लाभ सभी वर्गों को मिल रहा है। इसके बावजूद भी प्रदेश भर में सामान्य वर्ग के लोगों को समुचित लाभ मिल सके और लंबित प्रकरणों का निराकरण हो सके, इसके लिए आयोग की सार्थक पहल और प्रयास होंगे।
मुख्यमंत्री ने आयोग की कार्य-योजना को मूर्त रूप देने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि सामान्य निर्धन वर्ग के लोगों को शासन की विभिन्न योजनाओं का लाभ पहुँचाने के लिए हरसंभव प्रयास किए जाएँगे। बैठक में आयोग के अध्यक्ष शिव कुमार चौबे, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस एवं अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।