गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में पुलिस ने जाली भारतीय मुद्रा नोट छापने वाले व जाली भारतीय मुद्रा की मार्केट में भारी मात्रा में खपत करने वाले गिरोह का खुलासा किया है जिसमें 7 अभियुक्तों की गिरफ्तार हुई है।
गाजियाबाद क्राइम ब्रान्च की स्वाट टीम व नारकोटिक्स सेल द्वारा थाना कविनगर क्षेत्र में जाली भारतीय मुद्रा छापने वाले व नकली नोट को मार्केट में भारी मात्रा में खपत करने वाले गिरोह का खुलासा किया गया, जिनके कब्जे से भारी मात्रा में जाली भारतीय मुद्रा व जाली भारतीय मुद्रा छापने वाली मशीन एवं 07 अभियुक्त गिरफ्तार किये गये।
प्रेस वार्ता के दौरान पुलिस ने बताया कि जाली भारतीय मुद्रा डिमाण्ड के हिसाब से छापे जाते थे एवं उनकी सप्लाई बाजार में कर दी जाती थी।
पुलिस के मुताबिक गहनता से जाली नोटो की छपाई के बारे में पूछने पर अभियुक्त आजाद ने बताया कि मैंने कुछ महीने पहले एक पेट्रोल पम्प पर एक व्यक्ति से अपने नोट के खुले रूपये कराये थे तो उन खुले रूपये में कुछ नोट जाली थे परन्तु वह बाजार में चल गये तब मुझे भी नोट बनाने का विचार दिमाग में आया तब मैंने यूट्यूब और जगहों से जानकारी करके जाली नोट बनाने का काम सीख लिया, हम लोग इस्लाम नगर कैला भट्टा, गाजियाबाद स्थित युनुस के मकान पर आजाद, सोनू गंजा तथा युनुस मिलकर इन जाली नोटों की छपाई व फिनिशिंग आदि का काम मिलकर करते हैं।
रहबर ने बताया कि अमन और आलम हमें एक असली नोट के बदले में तीन जाली नोट देते है इन नोटों को हम लोग बाजार में मांग के अनुसार सप्लाई कर देते थे। जाली नोटो के सम्बन्ध में अमन एवं आलम से पूछताछ की गयी तो दोनो ने एक स्वर में बताया कि हम दोनो यह जाली नोट बीस प्रतिशत के कमीशन पर आगे सप्लाई करते है, हमें यह नोट आजाद व सोनू गंजा तथा युनुस छाप कर तैयार कर देते है।