हैदराबाद – विधानसभा सत्र के दौरान तेलंगाना सरकार के वित्त मंत्री टी हरीश राव ने वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिये 2.56 लाख करोड़ रुपये का बजट पेश किया हैं। बजट में 1,89,274.82 करोड़ रुपये राजस्व व्यय और 29,728.44 करोड़ रुपये पूंजीगत व्यय शामिल है।
बजट में दलितों के लिए 17,700 करोड़ रुपये
जहां पिछले वित्तीय वर्ष में तेलंगाना सरकार ने दलितों के लिए दलित बंधु योजना के तहत 1,000 करोड़ रुपये आवंटित किए गए थे, वहीं वर्तमान वित्तीय वर्ष में भी दलितों का खास ध्यान रख गया हैं। बजट 2022-23 में तेलंगाना सरकार ने दलित बंधु योजना के तहत 17,700 करोड़ रुपये आबंटित किये हैं।
वित्त मंत्री ने कहा कि दलित बंधु योजना का उद्देश्य राज्य के दलितों के उत्थान के लिए काम करना है, जिसके तहत प्रत्येक दलित परिवार को अपना व्यापार या अन्य काम करने के लिए 10 लाख रुपये का अनुदान दिया जाता हैं।
इस योजना के अंतर्गत राज्य के सभी विधानसभा क्षेत्र के दलितों को इसका लाभ मिलेगा, प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में 100 परिवार की दर से यह योजना चलायी जायेगी। वित्त मंत्री हरीश राव कहा कि अगले वित्त वर्ष से पहले इस योजना के दायरे में दो लाख से अधिक दलित परिवारों को लाया जाएगा।
बजट 2022-23 में खास
तेलंगाना सरकार ने सोमवार को अपना 2022-23 बजट जारी कर दिया है, जिसमें किसानों के हितों को देखते हुए सिंचाई क्षेत्र के लिए 22,675 करोड़ रुपये और ताड़ के तेल की खेती को बढ़ावा देने के लिए ₹1,000 करोड़ आवंटित किए हैं।
स्कूलों में बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए 7,289 करोड़ रुपये और ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों के लिए 3,497 करोड़ रूपये आबंटित किये गए, वही मेडक, मेडचल, रंगारेड्डी, मुलुगु, वारंगल, नारायणपेट और गडवाल जिलों में नए मेडिकल कॉलेजों की स्थापना के लिए ₹1,000 करोड़ आवंटित किये गए।
बजट में गरीबों को घर निर्माण के लिए प्रति लभार्थी 3 लाख रुपये और कल्याण लक्ष्मी और शादी मुबारक जैसी योजनाओं के लिए 2,750 करोड़ रुपये आवंटित किये गए हैं।
Kapil reports for Neo Politico Hindi.