मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में आर्थिक आधार पर आरक्षण और एससी एसटी एक्ट सहित अन्य जरूरी मांगों को लेकर राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना सवर्णों के मिलकर साथ 8 जनवरी को महारैली करने जा रहीं है, जिसमें प्रदेश भर से हजारों की संख्या में सवर्णों के शामिल होने की संभावना हैं।
आपको बता दे कि जहां एक ओर प्रशासन द्वारा इस आदोंलन की अनुमति नहीं दी जा रहीं है और जंबूरी मैदान को लोहे की चद्दरों से ढका जा रहा है तो वहीं दूसरी ओर राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के जीवन सिंह शेरपुर ने आपत्ति जताते हुए कहा कि लोहे की दीवार भी हमें रोक नहीं सकती। उन्होंने कहा कि वह पिछले छह महीनों से इस आदोंलन की तैयारी कर रहे है और हर हाल में यह आदोंलन होकर रहेगा।
उन्होंने कहा कि यदि हमारी मांगे नहीं मानी गई और हमें किसी भी तरह प्रताड़ित करने या हमारे लोगों को आंदोलन स्थल तक आने से रोका गया तो करणी सेना चुनाव में उतरने से भी हिचकिचाएँगी नहीं। इतना ही नहीं जितने भी राजनैतिक दल या नेता हमारे आंदोलन में बाधा डालने की कोशिश करेंगे, हम उन्हें विधानसभा चुनाव जीतने नहीं देंगे।
जंबूरी मैदान में जुटेंगे ‘माई के लाल’
वहीं करणी सेना परिवार के अजीत सिंह डोडिया का कहना है कि 8 जनवरी को हजारों और लाखों की संख्या में ‘माई के लाल’ जंबूरी मैदान में इकट्ठा होगें, उन्होंने दावा किया कि पूरे प्रदेशभर से लाखों की संख्या में राजपूत इस आंदोलन का हिस्सा बनेंगे। उन्होंने कहा हम किसी भी राजनीतिक दल से संबध नहीं रखते, न ही हम किसी राजनैतिक स्वार्थ के चलते ये आंदोलन कर रहे हैं।
हम समाज का हिस्सा हैं और समाज के लिए इस आंदोलन को कर रहे है। सरकार चाहे कितनी भी कोशिशें कर ले, हम यह आंदोलन जरूर करेंगे। करणी सेना ने सरकार के सामने 21 सूत्रीय मांग रखी है, जिसमें मुख्य रूप से आरक्षण को आर्थिक आधार पर करने और एससी एसटी एक्ट में बिना जांच के गिरफ्तारी पर रोक लगाने की मांग की गई हैं। इतना नहीं इस एससी एसटी की तर्ज पर सामान्य और पिछड़ा एक्ट बने, जो सामान्य और पिछड़ा वर्ग के हितों की रक्षा कर कानूनी सहायता प्रदान करें।
Kapil reports for Neo Politico Hindi.