उन्नाव- उत्तरप्रदेश के उन्नाव जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां 7 वर्षीय नाबालिग से गैंगरेप के आरोप में पुलिस ने स्कूल में पढ़ने वाले तीन नाबालिग बच्चों के खिलाफ दुष्कर्म, पाक्सो और एससी एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। बता दे कि जिन तीन नाबालिग बच्चों पर दुष्कर्म करने का आरोप लगाते हुए आरोपित बनाया गया है, उनकी उम्र महज 8 साल, 11 साल और 13 साल बताई जा रहीं है।
वहीं इस पूरे मामले में आरोपी बनाएं गए नाबालिगों के परिजनों ने हमें बताया कि रंगदारी वसूलने के लिए उनके बच्चों पर झूठा मुकदमा दर्ज कराया गया है, उनका कहना है कि इस पूरे मामले की सीओ स्तर पर निष्पक्ष रूप से जांच कराई जाए। अगर उनके बेटे गलत है, तो उन्हें सजा दी जाए। हालांकि पूरा मामला वायरल होने के बाद क्षेत्र में पैसों के लिए झूठा फंसाने की चर्चाएं भी जोरों पर है।
जानिए क्या है पूरा मामला?
बता दे कि उन्नाव में मोरावा थाना क्षेत्र के एक गाँव में सात साल की मासूम के साथ गैंगरेप का आरोप लगाते हुए पीड़िता की माँ ने तीन नाबालिग बच्चों पर प्राथमिकी दर्ज करवाई है, जिसमें बताया कि 7 फरवरी को बच्ची पड़ोसी बच्चों के साथ खेल रहीं थी। उसी दौरान मासूम के साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया गया। जिन बच्चों को आरोपी बनाया गया, उनमें से दो आपस में सगे भाई है।
नाबालिग की माँ ने बताया कि पीड़िता ने घर आकर पूरी आपबीती सुनाई, जिसके बाद माँ ने 8 फरवरी को गुलरिहा चौकी में तहरीर दी। घटना की जानकारी लगते ही दरोगा भुवन सिंह मोर्य ने गाँव पहुंच कर पीड़ित बच्ची का हाल जाना और गाँव के अन्य बच्चों से पूछताछ भी की, लेकिन सात दिन बाद मामले को तूल पकड़ता देख पुलिस ने माॅं की तहरीर के आधार पर तीनों किशोरों के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म, पाक्सो एक्ट और एससी एसटी एक्ट में मुकदमा दर्ज कर लिया है।
वहीं पुलिस का कहना है कि मामला दर्ज होने के बाद बच्ची को मेडिकल जांच के लिए बुला गया था, लेकिन माॅं बच्ची को लेकर नहीं आई। बच्ची का मेडिकल आवश्यक है, जो भी रिपोर्ट सामने आएगी उसके आधार पर ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
Kapil reports for Neo Politico Hindi.