चतरा- झारखंड के चतरा जिले में अंबेडकर जयंती के मौके पर राजद नेता और पूर्व प्रदेश प्रवक्ता सुबोध पासवान की उपस्थिति में जबरन भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा लगाने व आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने का मामला सामने आया है। जहां बिना अनुमति कराए जा रहें कार्यक्रम को रोकने पहुंचे अधिकारियों और पुलिसकर्मियों के साथ भी दुर्व्यवहार किया गया, जिसके बाद पुलिस ने इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए भीड़ को उकसाने के आरोपी राजद के पूर्व प्रदेश प्रवक्ता सुबोध पासवान व उनके एक अन्य समर्थक बब्लू पासवान को मौके से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
गुमराह कर मूर्ति लगाने का प्रयास
बता दे कि पूरा घटनाक्रम प्रतापपुर प्रखंड के सह अंचल कार्यालय के समीप स्थित गोलंबर का बताया जा रहा है। जहां अनुमंडल अधिकारी सुरेन्द्र उरांव ने बताया कि प्रतापपुर थाना क्षेत्र के टंडवा गाँव निवासी योगेश दास ने लिखित आवेदन दिया था कि वह अंबेडकर जयंती के मौके पर अपनी निजी जमीन पर भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा स्थापित कर पूजा अर्चना करेगें, जिसके बाद कार्यक्रम की इजाजत दे दी गई। साथ ही कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस अधिकारियों को भी नियुक्त कर दिया गया। लेकिन कार्यक्रम की अनुमति के बाद अंचलाधिकारी प्रतापपुर से जानकारी मिली कि जिस जगह पर अंबेडकर की प्रतिमा स्थापित कर करने की अनुमति मांगी गई है, वह निजी नहीं बल्कि प्रखण्ड मुख्यालय की सार्वजनिक भूमि है।
उन्होंने कहा कि आवेदक द्वारा गुमराह कर कार्यक्रम की अनुमति ली गई थी, लेकिन मामले का खुलासा होते ही कार्यक्रम की अनुमति को तत्काल प्रभाव से रद्द करने और सार्वजनिक जगह पर प्रतिमा स्थापित करने पर रोक लगाने संबंधित दिशा निर्देश अंचलाधिकारी और प्रतापपुर पुलिस को दिए गए। बता दे कि कार्यक्रम की अनुमति का आदेश रद्द होने के बावजूद भी योगेश दास नाजायज भीड़ को इकट्ठा कर गोलंबर पहुंच गया और जबरन प्रतिमा स्थापित करने का प्रयास करने लगा।
अनुमंडल अधिकारी के अनुसार मामले की जानकरी लगते ही सीओ दल-बल के साथ मौके पर पहुंच गए और आदर्श आचार संहिता का हवाला देकर ग्रामीणों को काफी समझाने का प्रयास किया। लेकिन मौके पर मौजूद लोगों ने अधिकारियों की एक न सुनी।
उन्होंने बताया कि जब सभी प्रखंड अधिकरी मिल कर ग्रामीणों को समझाने का प्रयास कर रहें थे, उसी बीच प्रतापपुर के बौधाडीह गाँव निवासी राजद के पूर्व प्रदेश प्रवक्ता सुबोध पासवान भी चतरा से अपने पांच बाउंसरों के साथ मौके पर पहुंच गए और ग्रामीणों को भड़का कर अधिकारियों व पुलिसकर्मियों से उलझाने का प्रयास करने लगे। जिसके बाद मामले को बढ़ता देख घटना की जानकारी मिलते ही अनुमंडल पदाधिकारी सुरेन्द्र उरांव और पुलिस पदाधिकारी संदीप सुमन भी मौके पर पहुंच गए, जहां सभी अधिकारियों की मौजूदगी में हंगामा कर रहे राजद नेता सुबोध पासवान और ग्रामीणों को भी उन्होंने काफी समझाने का प्रयास किया।
लेकिन इसके बावजूद सुबोध पासवान मौके पर उपस्थित भीड़ को भड़काते नजर आए, जिसके चलते आक्रोशित लोग अधिकारियों व जवानों से उलझ गए और गाली गलौज करते हुए वहीं प्रतिमा स्थापित करने की जिद करने लगे। जिसके बाद पूरा मामला बिगड़ गया और पुलिस ने हल्का बल प्रयोग करते हुए भीड़ को तितर-बितर किया, वहीं लोगों को भड़काने के आरोप में राजद नेता सुबोध पासवान और एक अन्य समर्थक बब्लू पासवान को गिरफ्तार कर लिया।
इतना ही नहीं अंचलाधिकारी नित्यानंद दास की लिखित शिकायत पर पुलिस ने सात अन्य नामजद उपद्रवियों सहित दो दर्जन से अधिक लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया हैं।
Kapil reports for Neo Politico Hindi.