लखनऊ- उत्तरप्रदेश की राजधानी लखनऊ में मंदिर जाते समय बदमाशों ने एक पत्रकार पर धारदार हथियारों से हमला कर दिया, हमले में घायल पत्रकार अमित तिवारी उर्फ कवि को मुंह और हाथों में कई गंभीर चोटें आई हैं। आरोप है कि बदमाशों के खिलाफ खबर दिखाने को लेकर हुए विवाद का बदला लेने के लिए हमलावरों ने इस घटना को अंजाम दिया है। फिलहाल पीड़ित की पत्नी की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी मोनिश, अहसान व अन्य चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। सभी आरोपी फरार बताए जा रहें हैं।
जानिए क्या है पूरा मामला?
बता दे कि पीड़ित की पत्नी क्षमा तिवारी ने बाजार खाला पुलिस को तहरीर देकर बताया कि बीते दिन 27 अप्रैल शनिवार को वह अपने पति अमित के साथ चंद्रिका देवी मंदिर दर्शन करने के लिए जा रहे थे, जहां हैदरगंज चौराहे के पास मेडिकल कॉलेज जाने वाले ब्रिज पर मोनिश पुत्र शफीक सिद्दीकी व अहसान पुत्र हबीव निवासी 317/12A टिकैतगंज ने अपने साथियों के साथ मिलकर उनका रास्ता रोक लिया और जान से मारने की नियत से धारदार हथियारों से हमला कर दिया। जिसमें उसके पति के हाथ की उंगलियां कट गई और मुंह में भी कई गंभीर चोटें आई हैं।
पीड़ित की पत्नी ने बताया कि आरोपी मोनिश और अहसान उसके पति को जान से मारने की नियत से आए थे, लेकिन लोगों को इकट्ठा होता देख सभी आरोपी बाद में देख लेने की धमकी देकर मौके से फरार हो गए।
पहले भी हुआ था जानलेवा हमला
घटना की पूरी जानकारी पता करने के लिए जब हमारी नियो पालिटिको की टीम ने पीड़ित परिवार के परिजनों से बात की तो कुछ चौंकाने वाले बातें सामने आई। परिजनों ने बताया कि आरोपियों द्वारा पहले भी अमित के साथ खबर दिखाने और मारपीट की घटना का वीडियो बनाने को लेकर मारपीट कर फायरिंग की गई थी, जिसकी शिकायत भी बाजार खाला थाना पुलिस को दी गई थी। लेकिन पुलिस द्वारा कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।
वहीं इस पूरे मामले में कहीं न कहीं पुलिस की लापरवाही भी सामने आ रहीं है, पीड़ित की पत्नी का आरोप है कि अगर पहले ही पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की होती तो आरोपी इस घटना को अंजाम नहीं दे पाते और उसके पति आज इस हालत में नहीं होते।
Kapil reports for Neo Politico Hindi.