बहराइच- उत्तरप्रदेश के बहराइच जिले में राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट पहुंच कर प्रशासन पर भीम आर्मी के दबाव में सवर्णों पर एकतरफा कार्रवाई कर मुकदमा दर्ज करने का आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन कर जिलाधिकारी के नाम संबोधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को सौंप कर निष्पक्ष कार्रवाई की मांग की है।
बता दे कि बीते दिनों हजूरपुर थाना क्षेत्र के भुपानी गाँव में सवर्णों और दलितों के बीच हुई मारपीट में दोनों पक्षों के कई लोग घायल हो गए थे, जिसके बाद दोनों पक्षों की ओर से मुकदमा दर्ज कराने के लिए पुलिस को तहरीर भी दी गई थी। पूरा मामला संज्ञान में आने के बाद पुलिस मामले की जांच कर रही थी, लेकिन इसी दौरान तीन दिन पहले भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने कार्रवाई को लेकर विरोध प्रदर्शन किया था। इसके बाद पुलिस ने दबाव में आ कर एक पक्ष की तहरीर पर दूसरे पक्ष के लोगों के खिलाफ दलित उत्पीड़न सहित अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया।
वहीं पुलिस की एकतरफा कार्रवाई और गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज करने बाद राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने नाराजगी व्यक्त की और डीएम कार्यालय पहुंच कर एसपी व जिलाधिकारी महोदय के नाम ज्ञापन सौंपा है। आरोप है कि पुलिस ने भीम आर्मी कार्यकर्ताओं के दबाव में आकर हमले में घायल सवर्णों के खिलाफ एकतरफा कार्रवाई करते हुए मुकदमा दर्ज कर लिया है। जबकि दूसरे पक्ष के पीड़ितों की कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना बहराइच के कार्यकर्ताओं का कहना है कि दलित और ठाकुर समाज के कुछ लड़को की आपस में हाथापाई हो गई थी, जिसमें दोनों पक्षों के लोगों को चोटें आई थी। लेकिन पीड़ितों के खिलाफ ही एससी एसटी एक्ट व अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया। उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रहीं हैं। साथ ही प्रदर्शन कर रहे करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी कि अगर मामले में निष्पक्ष जांच नहीं की गई तो करणी सेना आदोंलन के लिए बाध्य होगी, जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी स्वयं शासन प्रशासन की होगी।
Kapil reports for Neo Politico Hindi.