मुंबई : कई सालों से महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण के लिए मांग हो रही थी, समय समय पर आंदोलन हुए और तो और इसके लिए राज्य में राजनैतिक पार्टियां भी बन चुकी थीं |
खैर इन सबको अलग करते हुए महाराष्ट्र विधानसभा में राज्य के मुखिया देवेंद्र फडनवीस नें सदन के सामने बिल को पेश किया |
हंगामा व शोर किए बिना, शिवाजी के जयकारे के साथ बिल पास :
राज्य में कई सालों से चली आ रही मराठाओं के आरक्षण की बात अब साकार हो गई | राज्य पिछड़ा आयोग (एसबीसीसी) नें कुछ दिन पहले ही इस समुदाय के आरक्षण के लिए अपनी रिपोर्ट पेश की थी |
जिसमें राज्य के 45 हजार मराठा परिवारों के सामाजिक व शैक्षणिक स्तर पर सर्वे किया गया था | गुरुवार को सीएम नें बिल पेश लिया और इस बिल पर न चर्चा हुई, न एक भी सवाल और ध्वनिमत से पास हो गया |
इस दौरान सदन में बैठे हुए सभी सदस्य तालियों के साथ छत्रपति महाराज का जयकारा लगाते रहे, विपक्षी दलों नें भी इसमें सुर से सुर मिलाया |
1 दिसंबर के जश्न की तैयारी करो : महाराष्ट्र सीएम
हालांकि विधानसभा में सर्वसम्मति से बिल पास होने के बाद अब ऊपरी सदन महाराष्ट्र विधान परिषद में भेजा गया है | इसकी मोहर लगते ही 1 दिसंबर से राज्य में मराठा आरक्षण लागू हो जाएगा |
जैसा कि सीएम नें कुछ दिन पहले ये कहकर इशारा दिया था कि ” राज्य में 1 दिसंबर को जश्न मनाने की तैयारियां शुरू कर दो ” |
इस तरह से राज्य में अब नौकरियों व शिक्षण संस्थाओं में 68% आरक्षण लागू होगा | अब राज्य में एससी, एसटी, ओबीसी व छोटे सामाजिक समुदायों के 52% आरक्षण से बाद 16% मराठा आरक्षण भी लागू हुआ |
इधर मराठा आरक्षण बिल पास होने के बाद मुस्लिम आरक्षण के सुर भी ताने जाने की सम्भावनाएं और तेज हो सकती है |