बिहार(पटना) : जाति के आधार पर पढाई में कोटा, नौकरी में कोटा तो आप सुनते व देखते भी आ रहे है परन्तु अब जाति के आधार पर वेतन देने का नया मामला तूल पकड़ रहा है ।
बिहार में शिक्षकों को जाति के आधार पर वेतन दिए जाने का मामला सामने आया है जहा पर अब सरकार जाति के आधार पर वेतन का भुगतान करेगी, शिक्षक नेता मंगल सिंह के अनुसार सरकार जातिगत तौर पर वेतन बाँट रही है और जाति के आधार पर शिक्षकों को लड़वाने का प्रयास कर रही है।
आपको बता दे कि इससे पहले भी कक्षा में सेक्शन भी जाति के आधार पर बाँट दिए जाने से बिहार में बवाल मच गया था जिसके बाद अब जाति के आधार पर वेतन भुगतान का मामला सामने आया है।
आगे शिक्षक नेता ने कहा एक जाति के शिक्षक वेतन पाकर खुश रहेंगे, जबकि दूसरी जाति के शिक्षकों को वेतन के लिए इंतजार करना पड़ेगा।
यह एक निंदनीय कार्य है जो लोग समाज को भाईचारे का पाठ बतलाते हो उन्हें ही आप जाति के आधार पर वेतन भुगतान कर रहे है। इससे आपस में द्वेष कि भावना उत्त्पन्न होगी। सरकार सामान्य वर्ग के शिक्षकों का अलग, पिछड़ा वर्ग का अलग व अनुसूचित जाति और जनजाति का अलग से वेतन भेज रही है।
RJD के शिवचंद्र राम ने नितीश कुमार हमला करते हुए कहा कि दलित अब सरकार के झांसे में नहीं आएंगे व अब नितीश कुमार कि सरकार को पहचान गए है।
मिल रही खबरों के अनुसार अभी तक दो ही मद की राशि जिले को प्राप्त हुई है, जिसमे सिर्फ सामान्य वर्ग एवं अनुसूचित जाति के शिक्षकों के वेतन के लिए राशि भेजी गई है।
बाकी जातियों के शिक्षकों को वेतन के लिए अभी और इंतजार करना पड़ सकता है। आपको बता दे इससे पहले सभी शिक्षकों को एक साथ भुगतान किया जाता था जिसमे कोई जाति धर्म नहीं देखा जाता था।
वही शिक्षकों ने सरकार को एक हफ्ते का अल्टीमेटम दिया है अगर एक हफ्ते के भीतर पहले जैसी व्यवस्था बहाल नहीं होती है तो शिक्षक सड़क पर उतर कर इस बाटने वाली निति का विरोध करेंगे व आदेश कि प्रतिया भी जलाएंगे।
सोशल मीडिया पर लोग इस फैसले का विरोध भी बेहद मजाकिया लहजे में करते हुए दिखाई दिए