नई दिल्ली : पुलवामा हमले के बाद से पूरे देश में जहाँ गम का माहौल है तो वही पाकिस्तान के खिलाफ गुस्से की लहर भी जिसकी नाव में बैठे हमारे देश के नेता एक जुट होकर इस हमले में भारत की राजनितिक इच्छा को एक जुट होकर प्रकट कर रहे है।
जहाँ एक तरफ प्रधानमंत्री मोदी एक के बाद एक साहसिक कदम लेकर पाकिस्तान के खिलाफ जीरो टॉलरेंस पालिसी का सन्देश दे रहे है तो वही कांग्रेस सुप्रीमो राहुल गाँधी व उनकी बहन प्रियंका गाँधी ने भी अपनी चुनावी रैलिया रद्द करके शहीदों के सम्मान में शोक प्रकट किया।
इसी बीच खबरे आ रही है की राहुल गाँधी ने एक सम्मलेन में कहा की अगर देश में उनकी सरकार बनती है तो वह अर्ध सैनिक बलों के जवानो को शहीद का दर्जा दिया जायेगा।
कांग्रेस अध्यक्ष @RahulGandhi LIVE: अगर हमारी सरकार आएगी तो अर्धसैनिक बलों को शहीद का दर्जा मिलेगा#Congress #RahulGandhi pic.twitter.com/9ASy4gGfd1
— ABP न्यूज़ हिंदी (@abpnewshindi) February 23, 2019
यह अपने आप में एक बड़ी खबर है क्यूंकि देश में आर्मी को छोड़ कर अन्य बलों में मरने वाले जवानो को शहीदों का दर्जा नहीं मिलता जिससे उनके परिवारों को मिलने वाली अन्य जरुरी सुविधाएं नहीं मिल पाती है।
पुलवामा हमले के बाद से सोशल मीडिया में इसको लेकर कई दिनों से मुहीम चलाई जा रही थी की अर्ध सैनिक बलों के जवानो को शहीद का दर्जा दिया जाना चाहिए। वह भी देश कीरक्षा करते हुए शहीद होते है तो उनके साथ ऐसा दोहरा रवैया क्यों अपनाया जा रहा है।
राहुल गाँधी के इस बयां के बाद अब सरकार पर यह दबाव बन गया है की वह इसकी पहल करे। गेंद अब सरकार के पाले में है और देश में इसकी मांग सभी करते हुए आ रहे है तो देखना अब यह होगा की सरकार सिर्फ बोली ही बोलती रहेगी या कुछ शब्द कानून में भी गढ़े जाते है की नहीं।
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