रीवा (MP) : घाटा सहके कपड़े के थैले में सब्जी देने वाले शख्स बोले जब हम बदलेंगे तभी तो देश बदलेगा।
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नें 15 अगस्त को लाल किले की प्राचीर से सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल को कम करने के लिए देशभर में एक अभियान चालू करने के लिए कहा था।
बाद में 2 अक्टूबर से पूरे देश में सिंगल यूज प्लास्टिक की बिक्री पर रोक भी लगा दी गई है। दुकानदार लोगों से पन्नी या पोलोथिन का विकल्प लाने के लिए ग्राहकों को अनुरोध कर रहे हैं।
PM मोदी की इस अपील को पर्यावरण संरक्षण की दृष्टि से अति आवश्यक देखा जा रहा है दरअसल आज ये छोटी छोटी चीजें कल हमारे देश व समाज के पर्यावरणीय वातावरण को किस दिशा में ले जाएंगी हमारी आने वाली पीढ़ियाँ किस वातावरण में रहेंगी ये हम ही आज तय करेंगे। यानी अच्छा करेंगे तो अच्छा होगा बुरा करेंगे तो उनको बुरा भुगतना पड़ेगा ।
लेकिन पूरे देश में सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल को कम करने के लिए कई लोग अपने स्तर पर आगे आ रहे हैं और देश में अपने आप को उदाहरण के तौर पर पेश कर रहे हैं।
ऐसा ही एक उदाहरण मिला है मध्यप्रदेश के रीवा जिले में। रीवा शहर में छोटी पुल नामक स्थान पड़ता है यहीं पास में एक छोटी सी दुकान में प्रकाश कुशवाहा सब्जी लगाते हैं।
जैसा कि नगर निगम बड़े-बड़े स्पीकरों को लगाकर प्लास्टिक का उपयोग न करने की मुहिम चला रहा है लेकिन प्रकाश कुशवाहा नें अपनी अलग मुहिम छेड़ रखी है।
दरअसल उनको भले ही घाटा सहना करना पड़ रहा है लेकिन वो लगातार कपड़े वाले झोले में ही सब्जी बेच रहे है। उन्हें ₹1.50 प्रति छोटा झोला खरीदना पड़ता है लेकिन उनका कहना है कि हम बदलेंगे तभी रीवा बदलेगा ऐसे करके पूरा देश बदलेगा।
इसके अलावा लोग प्लास्टिक के लिए इतने अभ्यस्त या आदी हैं कि बिना प्लास्टिक के थैले में समान ही नहीं लेना चाहते हैं कपड़े वाले झोले उन्हें स्टैंडर्ड से नीचे लगता है।
इसी कारण कभी कभी लोग खिन्न भिन्न होकर सब्जी लेने प्रकाश के यहाँ नही आते।
हालांकि प्रकाश समाज बदलने के लिए इन सबको पीछे करने के लिए कमर कस चुके हैं, वो हरहाल में लोगों की सोच बदलना चाहते हैं। इसलिए वो मानते हैं कि लोगो की में आज भले ही सही पर एक दिन जरूर परिवर्तन आएगा।
आपको बता दें प्रकाश की इस मुहिम की अब कुछ लोग तारीफ़ भी कर रहे हैं रीवा जिले में सेमरिया विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक केपी त्रिपाठी नें प्रकाश के इस राष्ट्र निर्माण वाले काम की प्रशंसा की है और ऐसे ही और लोगों को करने के लिए प्रोत्साहित किया है।